15 जनवरी को राज्य, जिला और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र स्तर के निर्वाचन अधिकारी चिन्हित् विद्यालयों में छात्र-छात्राओं से सीधे करेंगे संवाद।
बीकानेर। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आयोग ने राज्य केयुवा वोटरों को निर्वाचन तंत्र से जोडऩे की कवायद की शुरुआत हो चुकी है।
निर्वाचन विभाग की ओर से प्रदेश के सभी सरकारी, निजी सैकंडरी और हायर सैकंडरी स्कूलों में 15 जनवरी को इंट्रेक्टिव स्कूल एंगेजमेंट (परस्पर संवादात्मक स्कूली वचनबद्धता) कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार के मुताबिक इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भावी मतदाताओं (15-17 आयु वर्ग के विद्यालय के छात्र-छात्राओं) को निर्वाचन तंत्र से जोड़ते हुए निर्वाचन प्रक्रिया ( (पंजीकरण एवं मतदान प्रक्रिया) के संबंध में संवेदनशील बनाना है, ताकि 18 वर्ष की उम्र पूरी होते ही अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा सकें।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी जिला निर्वाचन अधिकारी 15 जनवरी को राज्य, जिला और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र स्तर के निर्वाचन अधिकारी चिन्हित् विद्यालयों में छात्र-छात्राओं से सीधे संवाद करेंगे।
जानकारी के अनुसार जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी चिन्हित् विद्यालयों का भ्रमण करेंगे। यदि जिले में विद्यालयों की संख्या ज्यादा है, तो शैक्षणिक संस्थानों के प्राचार्यों या व्याख्याताओं को प्रशिक्षित कर छात्र-छात्राओं से संवाद के लिए नियुक्ति किया जा सकता है।
स्कूलों में भ्रमण करने वाले अधिकारी इस दौरान प्रजेंटेशन कार्ड, फ्लैशकार्ड, निर्वाचन से जुड़़़़े कंप्यूटर गेम, शॉर्ट फिल्म, फ्यूचर वोटर ऑफ इंडिया के बैजेज, हाउ टू रजिस्टर एंड वोट के ब्रोशर और मतदान से जुड़े पूछे जाने वाले प्रश्नों के साथ युवा मतदाताओं से रूबरू होंगे।
दो चरणों में होने वाला यह कार्यक्रम का प्रथम चरण 15 जनवरी और द्वितीय चरण जुलाई महीने में होगा। गौरतलब है कि युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग की यह मुहिम जनवरी, 2017 में शुरू की गई थी। अब तक इसके चार चरण पूरे हो चुके हैं, जिसका अच्छा परिणाम भी देखने को मिला है।