बीकानेर। अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति , राजस्थान की राज्य कमेटी की मीटिंग आज रविवार को सर्किट हाऊस बीकानेर में आयोजित की गई। जनवादी महिला समिति ने लॉक डाउन के दौरान मजदूरों के पीडादायक घर लौटने पर चिन्ता व दुःख प्रकट किया। लॉक डाउन के दौरान लाये गये श्रम कानून व तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए आगे भी कानून वापिस तक विरोध जारी रखने का निर्णय लिया। संगठन कृषि कानूनों के खिलाफ तीन महीने से जारी किसान आन्दोलन को लगातार समर्थन करता रहा है व निर्णय लिया कि आगे भी किसान आन्दोलन में सहयोग करता रहेगा। यह कृषि कानून न केवल किसानों के बल्कि आम जन के खिलाफ है क्योंकि इससे पीडीएस व्यवसाय खत्म हो जायेगा। हाल ही में पेश किये बजट में महिलाओं की अनदेखी की गई है।
आंगनवाड़ी वर्क्स , मिड – डे – मील वर्क्स आदि के बजट में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है । स्वास्थ्य पर बजट में बढ़ोतरी न करना एक धोखा है, महिला समिति इस महिला विरोधी बजट का विरोध करती हैं। इस अभियान को हमे राज्य में संगठित होकर कार्य करना पड़ेगा यह उदगार व्यक्त करते हुवे अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की राज्य महासचिव डॉ सीमा जैन ने कहा कि 1 मार्च से 8 मार्च महिला दिवस तक लगातार लोकतंत्र पर हमलों के खिलाफ एवं महिलाओं पर हो रही हिंसा के खिलाफ पूरे देश में कार्यक्रम किये जायेंगे। 12 मार्च को ए आई डी डब्ल्यू ए के 40 वें स्थापना दिवस के अवसर पर 9 से 12 मार्च ए आई डी डब्ल्यू ए की उपलब्धियां का प्रचार करते हुए महिला अधिकारों के हनन के खिलाफ जत्थे चलाये जायेंगे । लॉक डाउन के दौरान असंगठित क्षेत्र की महिलाएं बेरोजगार हो गई है जिससे घरेलू हिंसा की घटनाएं बढ़ रही है संगठन उन सब के खातों में 7500 / – प्रतिमाह हालात सामान्य होने तक सरकार द्वारा जमा करवाये जाने की मांग करता है। इसके अलावा महिलाओं को सुरक्षा के इन्तजाम किये जाने व वितरण प्रणाली को मजबूत किये जाने की मांग पूरी होने तक संगठन संघर्षशील रहेगा।