बीकानेर, राजस्थान में मानसून की रफ्तार कम पड़ी है। बारिश का यह ब्रेक सुकून देने वाला है, लेकिन, प्रदेश के 10 शहरों में अब भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। झालावाड़, कोटा, बूंदी, बारां, चित्तौड़गढ़, धौलपुर, चंबल, जालोर, सिरोही और टोंक में हालात ये है कि यहां के बांध पूरी तरह से भर चुके हैं। बांधों से रोजाना पानी छोड़ा जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी जलस्तर कम नहीं हो रहा है। ऐसे में अब और बारिश बड़ा संकट खड़ा कर सकती है। उधर, बाढ़ के हालातों को देखते हुए सीएम अशोक गहलोत गुरुवार को दौरे पर रहेंगे। वह कोटा, बारां, अटरू, छीपा बड़ौद, छबड़ा और झालावाड़ जिले का दौरा करेंगे। मुख्यमंत्री इस दौरान आम लोगों से मुलाकात भी करेंगे। वहीं, इसके साथ ही गुरुवार को भी 16 जिलों में बारिश का अलर्ट है। कोटा, झालावाड़ और धौलपुर में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां एनडीआरएफ ने पिछले चौबीस घंटे में करीब 6 हजार लोगों को रेस्क्यू करके सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। वहीं राजस्थान में मानसून इस बार रिकाॅर्ड तो तोड़ चुका है। प्रदेश में पूरे बरसाती सीजन में 428.65 एमएम बारिश होती है, लेकिन अब तक 582.74 एमएम हो चुकी है। 716 छोटे-बड़े बांधों में करीब अस्सी फीसदी पानी आ चुका है।
आज 10 जिलों में बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जारी करते हुए अब कोटा, बारां, झालावाड़, ,भीलवाड़ा, नागौर, चूरू,सीकर जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, प्रतापगढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, जोधपुर जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं पर हल्की वर्षा की उम्मीद जताई है। इनमें अधिकांश वो जिले हैं, जहां पहले से बारिश आफत बनी हुई है।
एनडीआरएफ तैनात
राज्य में बुधवार को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें चौबीस घंटे काम कर रही है। धौलपुर, कोटा, झालावाड़, बारां एनडीआरएफ को सबसे ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। धौलपुर में 1460 लोगों को बाढ़ से बाहर निकाला गया, जबकि बारां में 708, झालावाड़ में 751, कोटा में 1286 लोगों का रेस्क्यू हुआ। इसके अलावा छबड़ा, बूंदी, करौली में भी पानी बढ़ रहा है।
कोटा में हजारों लोग संकट में
– कोटा बैराज के सभी सोलह गेट खोलने पड़े हैं। यहां से लाखों लीटर पानी पिछले तीन दिन में डिस्चार्ज किया जा चुका है, इसके बाद भी यहां पानी का स्तर बढ़ रहा है। दरअसल, कोटा बैराज में यहां होने वाली बरसात के अलावा अन्य क्षेत्रों में होने वाली पानी को भी संभालना पड़ता है। कोटा के ही इटावा में भी बारिश ने रोद्र रूप धारण कर लिया है।
– बारां में जबर्दस्त बारिश के बाद कोटा की ओर जाने वाला रास्ता एक बार बंद हो गया है। यहां चार से पांच फीट पानी भरा हुआ है। ऐसे में यातायात को रोक दिया गया है। अंता (बारां) में भी पानी लगातार बांधों को लबालब कर रहा है। यहां कालीसिंध में सत्तर फीट तक पानी भर चुका है। -उदयपुर में भी हालात नियंत्रण में नहीं आ रहे हैं। यहां बुधवार को भी सामान्य बारिश हुई है। पिंडवाड़ा की ओर जाने वाले रास्ते पर पहाड़ों से पत्थर टूटकर सड़क पर आ गिरे। ये रास्ता भी काफी समय तक बाधित रहा। – इसके अलावा सवाई माधोपुर, बांसवाड़ा, जालोरर और सिरोही में भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं। सिरोही में सेना को अलर्ट किया गया है। जालोर के ही जसवंतपुरा में हर तरफ पानी ही नजर आ रहा है। चित्तौड़गढ़ और झालावाड़ में नदियां उफान पर है।