bikaner : स्थानीय बिनानी कन्या महाविद्यालय, नत्थूसर गेट के बाहर, बीकानेर में महाविद्यालय के तीनों ईकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय विशेष शिविर के चौथे दिन में आज कोविड-टीकाकरण तथा नेत्र जाँच व परिचर्चा संबंधी गतिविधियों का संचालन किया गया। एनएसएस प्रभारी डॉ. सीमा भट्ट ने बताया कि शिविर के प्रथम चरण में डिसपेन्सरी न.6 के द्वारा कोविड-टीकाकरण का कैम्प लगाया गया। डिसपेन्सरी न.6 से चिकित्सा कर्मी अजय बोहरा व विजय लक्ष्मी कल्ला ने 15 से 17 आयु वर्ग की छात्राओं को कोविड का टीका लगाया। डॉ. भट्ट ने बताया कि इस शिविर में लगभग 30 छात्राओं ने टीका लगवाया। चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि यदि किसी छात्रा को हल्का बुखार या थकान महसूस हो तो वें दो दिन तक पेरासिटामोल की गोली का सेवन करें।
एन.एस.एस प्रभारी डॉ. अनिता मोहे भारद्वाज ने बताया कि शिविर के दूसरे चरण में ए.एस.जी ग्रुप ऑफ आइ अस्पताल द्वारा नेत्र-जाँच शिविर का आयोजन किया गया। डॉ. मोहे ने बताया कि इसमें कुल 62 छात्राओं की नेत्रो की जॉच की गई। नेत्रों की जॉच करने के लिए चिकित्सा कर्मी कपिल चौहान, सत्यनारायण जाखड़ तथा मनोज छीपा ए.एस.जी. ग्रुप से आये थे। उन्होने छात्राओं के कोर्निया, पर्दे, निकट दृष्टि दोष की जॉच की तथा उन्हें चश्में के नम्बर भी प्रदान किये।
एनएसएस प्रभारी मुकेश बोहरा ने बताया कि शिविर के अंतिम चरण में ‘‘भारत का भविष्य’’ विषय पर एक परिचर्चा का आयेाजन किया गया। परिचर्चा में छात्रा ज्योति सोनी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि युवा ही भारत का भविष्य है लेकिन आज का युवा भटका हुआ है, वह पथ-भ्रमित है उसमें निर्देशन का अभाव है तथा उसकी उर्जा का सदुपयोग नहीं हो रहा है। वहीं छात्रा रानी ओझा ने बताया कि भारत के युवा को बौद्धिक स्तर पर ज्यादा गहरा होना पडेगा। उन्हें सांस्कृतिक स्तर पर ज्यादा ठोस होना होगा तभी भविष्य का भारत विश्वपटल पर अपने आपको स्थापित कर पायेगा।
महाविद्यालय सचिव श्री गौरीशंकर व्यास ने छात्राओं को बताया कि इस विकट कोविड काल में स्वास्थ्य धन का संवर्धन आवश्यक है। अच्छा खान-पान, पौषक भोजन एवं योग-प्राणायाम के द्वारा रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहिए। छात्राओं को उचित दूरी रखने एवं मास्क लगाने के लिए भी जागृत किया जाता है। उन्होंने छात्राओं को बताया कि बिना मास्क महाविद्यालय परिसर में प्रवेश वर्जित है अतः मास्क लगा कर ही आये मास्क नहीं लगाने वाली छात्राओं और अभिभावकों को महाविद्यालय द्वारा मास्क उपलब्ध करवाया जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन कक्षा कक्षों में छात्राऐं अध्ययन करती है उन सभी कक्षा कक्षों में महाविद्यालय द्वारा प्रतिदिन हाइपोक्लोराईट छिड़काव करवाया जाता है तथा परिसर में जगह जगह सैनेटाइजर की मशीने लगा रखी है जिसे सभी छात्राऐं  प्रयेाग में लेवे ताकि कोविड प्रोटोकॉल की उचित पालना की जा सके। प्राचार्या डॉ. चित्रा पंचारिया ने बताया कि एनएसएस शिविर में सभी गतिविधियों का आयोजन कोविड अनुरूप व्यवहार के साथ हो रहा है। सभी छात्राऐं मास्क पहने रखती है तथा एक दूसरे से दूरी की पालना भी की जा रही है।