बीकानेर। जिला कलक्टर कुमार गौतम पाल सोमवार देर रात को शहर का जायजा लेने निकल गये क्योंकि कलक्टर साहब को पिछले काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी कि शहर में बनी शराब की दुकाने रात आठ बजे के बाद खुली रहती है ये दुकानदार शटर बंद करके बाद में शराब की बिक्री करते है और आमजन से किमत से ज्यादा रुपये वसूल रहे है। इस पर कलक्टर साहब ने जनसंपर्क अधिकारी विकास हर्ष को साथ लेकर निरीक्षण पर निकल गये थोड़ी देर में वह पहुंच गये सादुर्ल सर्किल जहां पर एक शराब की दुकान पर विकास हर्ष को शराब लेने के भेजा लेकिन दुकानदार को किसी ने इशार कर दिया कि कलक्टर साहब का आदमी है तो उसने शराब देने से मना कर दिया बाद में कलक्टर साहब पहुंचे बस स्टैण्ड के सामने जयभवानी शराब की दुकान पर कलक्टर साहब बस स्टैण्ड के पास खड़े रहे और अपने ड्राईवर व विकास हर्ष को शराब लेने भेजा मौके पर बैठा दुकानदार ने हर्ष से 130 रुपये की पव्वे के 150 रुपये लेकर शराब दे दी। इस पर कलक्टर साहब हरकत में आ गये और उन्होंने तुरंत पुलिस व आबकारी अधिकारी को सूचना दी की शराब के दुकानदार रात आठ बजे के बाद शराब बेच रहे है। इस पर तुरंत पुलिस हरकत मे आई और मौके पर पहुंची और दुकानदार के खिलाफ कार्यवाही की आबकारी विभाग के अधिकारियों को कहा कि आप भी रात को शहर में घुम कर जायजा लिया करों । बाद में पहुूंचे जिला अस्पताल वहां के हालात देखकर कलक्टर साहब ने पूछा कि शहर के बीचों बीच इतना बड़ा अस्पताल है और इसमें एक भी मरीज नहीं है तो जबाब मिला कि मरीजों को पीबीएम रैफर कर दिया बाकी को छुटी दे दी है। इस पर कलक्टर ने जांच के आदेश दिये।
शहर को सुधार कर ही दम लूंगा
ऐसा लग रहा है कलक्टर साहब ने आते ही मन बना लिया था इस शहर की व्यवस्था को सुधारने की बहुत जरुरत है और उन्होंने सरकारी महकमें में रोजाना निरीक्षण कर उनके कामों की पोल खोल रहे है। अध्यापक शाला में नहीं जाते है अधिकारी व कर्मचारी ऑफिसों में नहीं जाते है। किस प्रकार से लोगों के कामों को अटका दिया जाता है।
शहर की यातायात व्यवस्था को लेकर गंभीर
कलक्टर साहब शहर की यातायात व्यवस्था को देखकर सोचने को मजबूर हो गये कि शहर की हालात ये है ये पर चलना दूभर हो गया है लोगों को यातायात की जानकारी तक नहीं है। उन्होंने शहर के बीचों बीच या किनारों पर अतिक्रमण कर रखा है उन्हें तुरंत हटाने के आदेश दे रखे है।