देवेन्द्रवाणी न्यूज,बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विवि में परीक्षा फार्म पर सौ रुपए शुल्क बढ़ा दिया गया है। विद्यार्थियों ने इसका विरोध करते हुए सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया और कुलपति को ज्ञापन दिया। एनएसयूआई ने इस निर्णय को वापस लेने की मांग की है। शुल्क वृद्धि वापस नहीं लेने पर आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान बीछवाल पुलिस और छात्र नेता आपस में उलझ गए। एनएसयूआई ने पूर्व जिलाध्यक्ष रामनिवास कूकणा के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन के बाद ज्ञापन दिया। ज्ञापन देने जाते वक्त पुलिस ने सिर्फ पांच छात्रों को प्रवेश देने की बात कही। इस पर स्टूडेंट्स उनसे उलझ गए। एनएसयूआई नेता कूकणा ने कहा कि पुलिस की केंपस में जरूरत नहीं है। वीसी के केंपस में जाने के लिए पांच विद्यार्थियों तय हो सकते हैं लेकिन पूरी युनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स रहेंगे। स्टूडेंट्स के इस व्यवहार से पुलिसकर्मी भी नाराज हो गए। दोनों के बीच काफी देर तक तूं-तूं, मैं-मैं होती रही।
बाद में ज्ञापन में परीक्षा फ़ॉर्म के बढ़ाएंगे शुल्क को वापस लेने,एमएससी में शुरू की गई सेमेस्टर व्यवस्था को बंद करने, योग्यता के नाम पर राजस्थान बोर्ड के विद्यार्थियों से लिए गए 200 रुपये के अतिरिक्त शुल्क को वापस लौटाने व प्रायोगिक विषय पुन: शुरू करने की मांग की गई है। कुकणा ने कहा कि प्रायोगिक विषय बंद करने के नाम पर विश्वविद्यालय किसान एवं गऱीब परिवार से आने वाले स्टूडेंट्स के साथ धोखा कर रहा है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कृष्णकुमार गोदारा ने कहा कि विश्वविद्यालय की तकनीकी खामियों के चलते बीकानेर संभाग के दूर दराज़ गांवों में बैठे हज़ारों छात्र छात्राओं को अतिरिक्त शुल्क वहन कर अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। राजकीय डूंगर महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष हरीराम गोदारा ने कहा कि परीक्षा शुल्क में वृद्धि करना सरासर गलत है।
प्रायोगिक परीक्षा होगी
कूकणा ने दावा किया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ वार्ता के पश्चात प्रायोगिक विषय पुन: शुरू करने के आदेश तत्काल जारी कर दिए गये तथा शेष मांगों को जल्द पूर्ण करने का आश्वासन दिया है। इस अवसर पर संयुक्त सचिव विकास सेवग,छात्र नेता रोहित बाना, विशाल पंवार,विकास चौधरी,कन्हैया जाखड़,लक्की चौधरी,गौरीशंकर प्रजापत आदि उपस्थित थे।