जयपुर। राजस्थान में जयपुर कानोता इलाके में तीन दिन पहले हुई एक युवक परवेज कुरैशी की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने मास्टरमाइंड और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की वारदात लॉकडाउन से पहले उधार लिए दो लाख रुपये चुकाने का दबाव बनाने के लिए की गई थी। जयपुर पुलिस के डीसीपी डॉ. राहुल जैन ने बताया कि जगतपुरा रामनगरिया निवासी गिरफ्तार आरोपित गगन शर्मा (19), विशाल मीणा (22) और विष्णु मीणा (23) है। जैन के मुताबिक, गत आठ अक्टूबर को दिन में भटेसरी पुलिया रेलवे ब्रिज के पास सड़क किनारे एक युवक की लाश मिली थी, जिस पर धारदार हथियार के कई गहरे जख्म थे।
स्थानीय निवासी बाबूलाल मीणा की रिपोर्ट पर हत्या का केस दर्ज कर बस्सी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश सांखला व कानोता थाना प्रभारी नरेंद्र खींचड़ के नेतृत्व में स्पेशल टीमें गठित कर अज्ञात शव की पहचान के लिए पूछताछ शरू हुई। पुलिस टीमों ने करीब 50 सीसीटीवी की फुटेज खंगाली। सायबर टीम के प्रभारी हेड कांस्टेबल प्रद्युमन शर्मा की अगुवाई में मोबाइल कॉल तकनीकी जांच शुरू हुई। तब शव की पहचान शहर के जनता कॉलोनी निवासी परवेज कुरैशी (35) के रूप में हुई। मृतक की मालवीय नगर में मिस्त्री की दुकान थी। जांच में सामने आया कि उसका आखिरी बार मुलाकात वारदात के मास्टरमाइंड गगन शर्मा से हुई थी।
पूछताछ में सामने आया कि गगन शर्मा ने लॉकडाउन से पहले परवेज से ब्याज पर दो लाख रुपये उधार लिए थे। रुपये नहीं चुकाने पर परवेज ने गगन पर दबाव डाला। उनके बीच आपसी कहासुनी हुई। तब गगन ने अपने दोनों साथियों के साथ परवेज को मारने की साजिश रची। उसने रुपये देने के बहाने परवेज को बुलाया। वह उसे परवेज की दुकान से कार में बैठाकर जिरोता पुलिया के पास ले गए। वहां चाकू से ताबड़तोड़ वारकर हत्या कर दी। इसके बाद लाश को फेंककर फरार हो गए।