नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है। ये आंदोलन 28 नवंबर को शुरू हुआ था, ऐसे में 26 मार्च को इसके 120 दिन पूरे हो जाएंगे। जिस पर संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद का आह्वान किया है। ये बंद सुबह 6 से शाम 6 बजे तक यानी 12 घंटे रहेगा। किसान संगठन इस बंद के दौरान जगह-जगह प्रदर्शन करेंगे। साथ ही नए कृषि कानून और सरकार का पुतला जलाएंगे। पिछली बार भारत बंद तीन ही घंटे का था, जिस वजह से आम जनजीवन पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ा।
किसान संगठनों के मुताबिक 12 घंटे बंद के दौरान सभी तरह की दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। अगर आप रोजाना दूध और डेयरी के आइटम खरीद कर लाते हैं, तो आप गुरुवार शाम को ही व्यवस्था कर लीजिए, क्योंकि इन दुकानों को भी बंद रखने का फैसला हुआ है। किसान नेताओं के मुताबिक लोगों से स्वेच्छा से दुकान बंद करने की अपील की गई है। इसके लिए वो अभियान चलाकर जागरुक कर रहे हैं। बड़ी संख्या में दुकानदारों ने उनसे सहयोग देने का वादा किया है।
क्या खुलेगा?
किसान संगठनों के मुताबिक उनका मकसद सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने का है, वो नहीं चाहते कि किसी को इससे समस्या हो। जिस वजह सड़कों को जाम नहीं किया जाएगा। ऐसे में यातायात पूरी तरह से सामान्य रहेगा। वहीं फैक्ट्रियों-कंपनियों को नहीं बंद करवाने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा पेट्रोल पंप, परचून की दुकानें, मेडिकल स्टोर, जनरल स्टोर, किताब की दुकानें खुली रहेंगी।
किसान भारत बंद के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों का साथ चाहते हैं। जिस वजह से वो ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे जनता को परेशानी उठानी पड़े। किसान नेताओं ने अपने-अपने संगठनों को हिदायत दी है कि वो सड़क जाम ना करें। इसके अलावा भारत बंद को दिल्ली-एनसीआर के अलावा हर राज्य, हर जिले, तहसील और ग्राम स्तर तक ले जाएं।