नई दिल्ली । होम, कार या अन्य तरह के कर्ज समेत दूसरी तरह की ईएमआई भरने वाले करोड़ों लोगों को कुछ राहत मिल सकती है। आम लोगों के साथ कारोबार पर कोरोना के असर को देखते हुए सरकार कर्ज की मासिक किस्त (ईएमआई) पर राहत देने की तैयारी कर रही है।
वित्त मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रिजर्व बैंक (आरबीआई) को पत्र लिखकर कहा है कि वह ग्राहकों को राहत देने के लिए आपातकालीन उपाय करे। ऐसे में आपके इन कर्जों को भरने के लिए बैंक ज्यादा समय दे सकते हैं। इस मामले से जुड़े सूत्रों यह जानकारी दी है।
सूत्रों का कहना है कि वित्तीय सेवा विभाग के सचिव देबाशीष पांडा ने केन्द्रीय बैंक को पत्र लिखकर सुझाव देते हुए कहा है कि ईएमआई के भुगतान, ब्याज और कर्ज भुगतान पर कुछ महीनों का समय दिया जाए। साथ ही यह भी कहा है कि फंसे हुए कर्ज (एनपीए) को लेकर नियमों को भी कुछ आसान किया जाए। कोरोना को देखते हुए पत्र में राहत उपायों की जरूरत पर बल दिया गया है। गौरतलब है कि लंबे लॉकडाउन के चलते रोजगार संकट भी लोगों के सिर पर मंडरा रहा है।
कोरोना का सबसे बुरा असर होटल एवं पर्यटन कारोबार पर पड़ा है। इस बाबत फैडरेशन ऑफ एसोसिएशन इन इण्डियन टूरिज्म एंड हॉस्पिटलिटी के चेयरमैन नकुल आनन्द ने सरकार को ज्ञापन भेज कर इस संकट से निपटने के लिए करों एवं अन्य व्यय में करीब एक वर्ष तक के लिए राहत प्रदान करने की मांग की है।
ग्राहकों का क्रेडिट स्कोर खराब न करें
पत्र में कहा गया है कि नियमों के मुताबिक 30 दिन के भीतर ईएमआई भुगतान नहीं होने पर बैंक उस खाते को विशेषण श्रेणी में डाल देते हैं जिससे कर्ज लेने वाले की क्रेडिट रेटिंग खराब हो जाती है। इसे दखते हुए रिजर्व बैंक आवश्यक निर्देश दे।