बीकानेर। शिक्षा विभाग ने सोलह साल की उम्र तक के स्टूडेंट्स के एग्जाम देने की बाध्यता इस साल के लिए समाप्त कर दी है अब आठवीं बोर्ड एग्जाम में इस बार उम्र का कोई बंधन नहीं होगा। जबकि अगले साल ये बाध्यता फिर बनी रहेगी। इस संबंध में शिक्षा विभागीय पंजीयक कार्यालय ने आदेश जारी कर दिया है।

पिछले दो साल से कोरोना के कारण आठवीं बोर्ड के एग्जाम नहीं हो रहे थे, ऐसे में बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स की उम्र भी निकल गई और वो एग्जाम भी नहीं सके। ऐसे में इस साल उम्र की सीमा हटा दी गई है। नियमित पढ़ाई नहीं करने वाले युवा पढ़ाई छोड़कर मजदूरी पर लग जाते हैं लेकिन उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस सहित अनेक कार्यों के लिए आठवीं पास होना अनिवार्य होता है। आठवीं बोर्ड में पिछले दो साल उन्हीं स्टूडेंट्स को बिना एग्जाम सर्टिफिकेट मिला था, जो नियमित थे। ऐसे में प्राइवेट स्टूडेंट्स आठवीं बोर्ड नहीं दे सके। ऐसे में इन सभी को एक बार फिर मौका दिया जा रहा है। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि अगली बार से ये नियम फिर से लागू हो जाएगा। सोलह साल से अधिक आयु के स्टूडेंट्स को इस एग्जाम में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा।

पांचवीं बोर्ड के फार्म शुरू

उधर, पांचवीं बोर्ड एग्जाम के लिए फार्म भरने का सिलसिला शुरू हो गया है। पांच मार्च तक सरकारी स्कूल शाला दर्पण पोर्टल पर ऑनलाइन फार्म भरेंगे जबकि प्राइवेट स्कूल पीएसपी पोर्टल पर फार्म भरेंगे। पांचवीं बोर्ड की डेट्स अभी तय नहीं हुई है।