जयपुर, जयपुर में द्रव्यवती नदी में शनिवार शाम एक महिला एईएन ने छलांग लगा दी। उसको बचाने के लिए कंपाउंडर पति भी 25 फीट गहरी नदी में कूद गया। ज्यादा पानी और दलदल में फंसने के कारण पति-पत्नी की मौत हो गई। शुरुआती जांच में सामने आया कि पत्नी का ट्रांसफर जयपुर कराने को लेकर दोनों किसी से मिलने वाले थे। इसी बात पर विवाद हो गया। युवक के भाई यादवेंद्र ने ही दोनों की लाशें द्रव्यवती नदी से बाहर निकाली।  भाई यादवेंद्र ने बताया- कि तरुण (32) का शनिवार दोपहर करीब 2:30 बजे कॉल आया। उसने बताया कि मधु (28) बिना बताए मोबाइल और अन्य सामान घर पर छोड़कर कहीं चली गई है। पत्नी को तलाशते हुए तरुण भी घर से निकल गया। कुछ ही देर बाद भाई ने दोबारा कॉल कर बताया कि मधु द्रव्यवती में कूद गई है। पता चलते ही तरुण तुरंत भागकर घर के पास द्रव्यवती नदी पर पहुंच और पत्नी को बचाने के लिए 25 फीट गहरी नदी में कूद गया। यादवेंद्र ने बताया वह मौके पर पहुंचा तब उसने पड़ोसियों से रस्सी मंगवाई और वह खुद नदी में उतरा। सबसे पहले उसे भाभी मधु पानी में मिली, उसके बाद भाई तरुण मिला। लोगों की मदद से करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को तुरंत जयपुरिया हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने दंपती को मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि गहरे पानी और दलदल में फंसने से दोनों की डूबने से मौके पर ही मौत हो गई।

10 महीने पहले हुई थी बच्ची
SHO महावीर सिंह राठौड़ ने बताया कि द्रव्यवती नदी में डूबने वाली मधुबाला और तरुण कुमार के एक दस महीने की बच्ची भी है। पुलिस ने बताया कि मुधबाला सूरतगढ़ थर्मल पावर प्लांट में एईएन पद पर थी। पति तरुण कुमार बिहार के पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में स्टाफ नर्स ए-ग्रेड (कंपाउंडर) के पद पर था। उन्हें दोपहर करीब 2:30 बजे इसी सूचना मिली थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए दंपती के शव को जयपुरिया हॉस्पिटल की मॉर्च्यूरी में रखवाया है। पुलिस प्रथमदृष्टया जांच में आपसी कलह में पत्नी के सुसाइड के नदी में कूदने और उसके बचने के प्रयास में पति की मौत होने सामने आया है। तरुण के माता-पिता और भाई गणपति नगर शिप्रापथ में रहते है। वे दोनों 4 दिन पहले ही घर आया था।