बीकानेर।
पीबीएम अस्पताल, जहां हजारों लोग रोजाना इलाज के लिए आते हैं, अब सुरक्षा की गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है। पहले आमजन के लिए बनी सार्वजनिक पार्किंग असुरक्षित साबित हुई, और अब स्टाफ के लिए आरक्षित पार्किंग भी चोरी की घटनाओं से अछूती नहीं रही। आए दिन वाहन चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे यहां की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

ताजा मामला: स्टाफ पार्किंग से बाइक चोरी

रामपुरा बस्ती निवासी सिद्धांत कुमार कोठारी ने सदर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। परिवादी के अनुसार, 23 नवंबर की शाम उनके रिश्तेदार ने उनकी बाइक (RJ 19 SU 1981) पीबीएम अस्पताल की स्टाफ पार्किंग में खड़ी की थी। लेकिन रात करीब साढ़े नौ बजे वापस आने पर बाइक गायब मिली। यह बाइक उनके नाम से पंजीकृत थी।

पार्किंग व्यवस्था पर सवाल

पीबीएम अस्पताल में पार्किंग के दौरान वाहनों की पर्ची काटी जाती है और लौटते समय इसे दिखाना अनिवार्य होता है। इसके बावजूद वाहन चोरी हो जाना न केवल सुरक्षा कर्मियों की लापरवाही दर्शाता है, बल्कि पार्किंग की मौजूदा व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है।

आमजन की पार्किंग पहले से असुरक्षित

सार्वजनिक पार्किंग में पहले ही चोरी की घटनाएं आम हो चुकी थीं। अब स्टाफ पार्किंग में चोरी की घटना ने स्थिति को और चिंताजनक बना दिया है। यह दर्शाता है कि पार्किंग की जिम्मेदारी संभालने वाले कर्मी अपनी भूमिका निभाने में नाकाम हैं।

प्रभाव और संभावित समाधान

  1. अस्पताल की छवि खराब: पीबीएम अस्पताल, जो क्षेत्र का प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र है, इन घटनाओं के कारण अपनी विश्वसनीयता खो रहा है।
  2. आमजन और स्टाफ में असुरक्षा का भाव: चोरी की घटनाएं मरीजों, उनके परिवारों और स्टाफ के मन में असुरक्षा पैदा कर रही हैं।
  3. पार्किंग ठेकेदारों की जवाबदेही: वाहन चोरी के मामलों में पार्किंग का संचालन कर रहे ठेकेदारों और उनके कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठना लाजमी है।