बीकानेर। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में नरमी के बावजूद सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दामों में तेजी का सिलसिला जारी रखा। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों की कछुआ चाल सामान है कभी 20 पैसा तो कभी 30 पैसा, पर इस चाल से दाम शिखर तक पहुंच गए है। सबसे बड़ी बात यह है कि बढ़ते तेल के दामों को देखकर सरकार और जनता दोनों ही मौन है। क्या जनता कोरोना से बचे या अपना परिवार चलाये या बढ़ते तेल के दामों के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाए। हाल ये है कि पुरे भारत में तेल सबसे महंगा राजस्थान को ही मिल रहा है पर गहलोत सरकार भी मूकबधिर के समान चुप है। तेल कंपनियों में इस साल औसतन हर तीसरे दिन पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी की है। मंगलवार को साल की 54वीं बढ़ोतरी करते हुए तेल कंपनियों ने पेट्रोल 29 पैसे और डीजल 28 पैसे महंगा कर दिया था। बीकानेर में अब पेट्रोल के दाम 106.67 रुपए और डीजल के दाम 99.57 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। बता दे की कल बीकानेर में पेट्रोल के दाम 106.38 रुपए और डीजल के दाम 99.29 रुपए प्रति लीटर थे। साल 2021 में तेल कंपनियों ने 54वीं बढ़ोतरी के साथ डीजल 16.39 रुपए और पेट्रोल 15.50 रुपए प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
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