बीकानेर। शहर की राजनीति एक समय था जब भाजपा में ओम आचार्य की मजबूत पकड़ थी। उनके साथ ही बनवारी लाल शर्मा, ओम सोनगरा, भगवान अग्रवाल, मोहन मोदी, केदार अग्रवाल, राम किशोर तिवाड़ी, किशन चौधरी, परमानंद ओझा, रमेश तिवाड़ी सरीके अनेको ऐसे नेता है जो आज जिन्दा होकर भी भाजपा की सक्रीय राजनीति से अपनी दुरी बना राखी है। हालाँकि उस समय की मजबूत कड़ी में द्वारका दास तिवाड़ी, गोपाल गहलोत, शशि शर्मा भी मजबूत आधार वाले नेता रहे परन्तु अब गोपाल गहलोत, शशि शर्मा कांग्रेस में चले गए वहां पर उनकी मुरझाई हुई राजनीति देखी जा सकती है व द्वारका दास तिवाड़ी के स्वर्गवास के बाद एक यादभर रह गई है। उनमे ही स्व. कृपा चंद सुराणा, सोम दत्त श्रीमाली सरीके नेता आम आवाम में आज भी अपनी पहचान बना रखी है परन्तु भाजपा की सक्रिय राजनीति के नेताओ के लिए वो न के समान हो कर रह गए है। आज की राजनीति में भाजपा शहर में आधारहीन लोगो के हाथों में है। जिनका जनहित कार्यो से कोई तालुकात नहीं है। जिस वक़्त भी राम और हिन्दू कार्ड कमजोर हुवा की इन नेताओ की हवा निकल जाएगी। फिर पार्टी को इन आधारहीन नेताओ से छुटकारा पाकर मजबूत हाथ को तलाशने होंगे।