राजस्थान में लिंग परीक्षण के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे मोस्ट वांटेड आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी अवधेश पांडे पुत्र कुमार शंकर पांडे मूलत: झुंझुनूं के खेतड़ी का रहने वाला है। उसे जयपुर में सहकार सर्किल के पास गिरफ्तार किया गया है। राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने आरोपी अवधेश पांडे को पिछले वर्ष 15 जून को झुंझुनूं के तातेजा गांव में डिकॉय ऑपरेशन में पकड़ा था। लेकिन वह चकमा देकर फरार हो गया था।

मिशन निदेशक एनएचएम नरेश ठकराल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ पीबीआई थाने में भ्रूण लिंग परीक्षण के पांच प्रकरण दर्ज हैं। साथ ही एक प्रकरण हरियाणा के महेन्द्रगढ़ जिले में भी दर्ज है, जिसमें आरोपी को सजा भी हो चुकी है। उन्होंने बताया कि मुखबिर के माध्यम से आरोपी अवधेश के बारे में सूचना मिली कि वह जयपुर आया हुआ है और कुछ समय बाद सहकार सर्किल से जाने वाला है। सूचना के बाद तत्काल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शालिनी सक्सेना के निर्देशन में दल गठित कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी द्वारा भ्रूण लिंग परीक्षण के समय काम में ली गयी सोनोग्राफी मशीन एवं वाहन को भी बरामद करने के प्रयास किये जा रहे हैं।

यूं करता था भ्रूण लिंग परीक्षण

पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि भ्रूण लिंग परीक्षण के लिये पहले वे गर्भवती की रैकी करते हैं। इसके बाद सुविधा अनुसार गर्भवती के घर या एजेंट के बताए किसी अन्य स्थान पर भ्रूण लिंग परीक्षण करते हैं। आरोपी पांडे ने बताया कि उसे अब तक याद भी नहीं हैं कि कितनी गर्भवती महिलाओं के भ्रूण लिंग परीक्षण किये हैं। आरोपी ने बताया कि उसके गिरोह में सत्येन्द्र निवासी ढाणा पचेरी, सुरेश निवासी तातीजा, इन्द्रजीत सैनी निवासी प्यारेलाल, रविसिंह, गजानन्द भी कार्य करते हैं। आरोपी मूल रूप के उत्तरप्रदेश के भीखमपुर का रहने वाला है। वर्ष 1988 से झुंझुनूं के खेतडी में रह रहा है।