बीकानेर। शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा है कि एक महीने के भीतर टीचर्स ट्रांसफर पॉलिसी तैयार हो जाएगी और इसके बाद पॉलिसी में आने वाले टीचर्स के ही ट्रांसफर हो सकेंगे। यहां पत्रकारों के साथ बातचीत में डॉ. कल्ला ने कहा कि पॉलिसी लगभग तैयार हो गई है। हम जल्दी ही इसे लागू करने की स्थिति में आ गए हैं। दो दिन पहले भी डॉ. कल्ला ने कहा था कि टीचर्स ट्रांसफर पॉलिसी पर गंभीरता से काम हो रहा है। इस पॉलिसी में ग्रेड थर्ड से ऊपर तक के सभी ग्रेड के टीचर्स को शामिल किया जा रहा है। ग्रामीण व शहरी सेवाओं को ध्यान में रखते हुए टीचर्स के साथ संवदेनशील व्यवहार रहेगा। पॉलिसी में अगर किसी टीचर का ट्रांसफर हो सकेगा, तो उसे किया जाएगा। हालांकि डॉ. कल्ला ने ये भी कहा कि प्रशासन आधार पर ट्रांसफर पहले भी होते रहे हैं और आगे भी होते रहे हैं। ये अधिकार सरकार के पास रहेगा।
यूनिफार्म विवाद में दम नहीं
स्कूल यूनिफार्म बदलने के विवाद पर डॉ. कल्ला ने कहा कि भाजपा ऐसे राजनीतिक बयान दे रही है। बच्चों को यूनिफार्म फ्री में दी जा रही है। पूर्व शिक्षा मंत्री डोटासरा ने इस स्कीम को स्वीकृति दी थी, जिसे हम लागू कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी पार्टी का कलर ओर पाठ्यक्रम शिक्षा में शामिल करती रही है। हम ऐसा नहीं करते। यूनिफार्म में कहीं भी कांग्रेस का झंडा नहीं दिख रहा है।
बीकानेर से गए कार्यों की लिस्ट मांगी
तीन दिन तक बीकानेर में रहते हुए डॉ. कल्ला ने शिक्षा निदेशक कानाराम सहित कई अधिकारियों से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के बारे में चर्चा की। उन्होंने शिक्षा निदेशालय से पिछले सालों में अन्य जिलों में भेजे गए कार्यों के बारे में भी रिपोर्ट मांगी है। जो काम गलत तरीके से अन्य जिलों में शिफ्ट किए गए हैं, उन्हें वापस बीकानेर से ही संचालित करने के आदेश दिए गए हैं। इसमें सीकर से संचालित हो रही आठवीं बोर्ड परीक्षा का काम भी बीकानेर से करने के निर्देश दिए गए हैं।