जयपुर। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) राजस्थान के सभी 33 जिलों की 244 तहसीलों में धन संग्रहण का अभियान चलाएगी। इसके लिए श्रीराम तीर्थ धनसंग्र समितियों का गठन होगा। यह समितियां जिला, गांव और शहर स्तर पर बनाई जाएगी। प्रत्येक व्यक्ति राम मंदिर निर्माण से भावनात्मक रूप से जुड़े इसलिए न्यूनतम राशि 10 रूपए तय की गई है।
अभियान में दलित बस्तियों पर विशेष फोकस रहेगा,जिससे उन्हे राममंदिर से भावनात्मक रूप से जोड़ा जा सके। राम मंदिर की नींव भी दलित रामेश्वर चौपाल ने ही रखी थी। राममंदिर निर्माण के लिए देशभर से 1500 करोड़ रूपए संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है। इसमें राजस्थान से 350 करोड़ रूपए एकत्रित करने का लक्ष्य तय किया गया है। वैसे तो पूरे प्रदेश में धनसंग्रहण अभियान चलाया जाएगा। लेकिन उत्तरप्रदेश से सटे भरतपुर व अलवर जिलों पर विशेष फोकस रहेगा।
विहिप ने इसकी कार्य योजना तय की है । अभियान 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलाया जाएगा । विहिप के इस धनसंग्रहण अभियान का मुख्य सूत्रधार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही रहेगा। इस अभियान को सफल बनाने को लेकर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी विहिप सहित अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श में जुटे हैं। संघ के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम संपूर्ण अभियान पर निगरानी रखेंगे।
विहिप के मंत्री अनिल भारद्वाज ने बताया कि धन संग्रहण अभियान की प्रभावी मॉनिटरिंग व अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए सभी तहसील स्तर पर प्रचारक व फुल टाइम कार्यकर्ता तैनात किए जाएंगे। जयपुर स्थित विहिप के प्रदेश मुख्यालय से प्रदेश की सभी 9893 ग्राम पंचायतों, शहरों व छोटे कस्बों के लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है। उल्लेखनीय है कि राममंदिर निर्माण के लिए अधिकांश पत्थर भरतपुर के बंशी पहाड़पुर व सिरोही से भेजा जा रहा है।