संभागीय प्रशासनिक समिति की त्रैमासिक बैठक आयोजित

बीकानेर। संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा ने कहा कि सभी अधिकारियों की यह जिम्मेदारी है कि बकाया ऑडिट आक्षेपों की ठोस अनुपालना प्रस्तुत करते हुए, इनका समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करवाएं। मेहरा शुक्रवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में संभागीय प्रशासनिक समिति की त्रैमासिक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
संभागीय आयुक्त ने निर्देश दिए कि स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग द्वारा की गई आॅडिट के सम्बंध में सम्बंधित कार्यालय ठोस अनुपालना वांछित दस्तावेजों सहित भेजें। उन्होंने इस सम्बंध में विभिन्न न्यायालयों में चल रहे प्रकरणों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गबन के प्रकरणों की पूर्णतया तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। जिन मामलों में अधिकारियों, कर्मचारियों से वसूली करनी हो उन मामलों का शीघ्र निस्तारण किया जाए। बैठक के दौरान मेहरा ने गत बैठक में लिए गए निर्णयों की क्रियान्वति, पोषाहार योजना की विशेष जांच में पाए गए गबन प्रकरण, स्वायतशासी संस्थाओं के बकाया गंभीर ‘अ व ब’ श्रेणी के ड्राफ्ट पैरों के निस्तारण की प्रगति की समीक्षा, एक वर्ष से अधिक समय से लम्बित प्रथम अनुपालना प्रकरण एवं बकाया अंकेक्षण शुल्क की स्थिति की भी समीक्षा की।
मेहरा ने स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग के अतिरिक्त निदेशक को निर्देश दिए कि वे ऐसे विभाग या कार्यालय जहां बड़ी संख्या में आॅडिट पैरे लम्बित हंै, वहां कैम्प लगाकर इनका निस्तारण करवाएं। संभागीय आयुक्त ने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मचारी अपना कार्य पूर्ण लगन व निष्ठा से करें तथा नियमों की पूर्ण जानकारी रखें, जिससे राजकीय कार्य नियमानुसार सम्पादित किया जा सके। संभागीय आयुक्त ने आवासन मंडल, नगर विकास न्यास बीकानेर-श्रीगंगानगर तथा श्रीगंगानगर जिले के पंचायती राज विभाग में बड़ी संख्या में बकाया आक्षेपों पर असंतोष व्यक्त करते हुए इनके शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए।
स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग के अतिरिक्त निदेशक व सदस्य सचिव संभागीय प्रशासनिक समिति प्रताप पूनिया ने संभाग के सभी जिलों के विभिन्न कार्यालयों के बकाया आक्षेपों, गबन प्रकरणों व निस्तारित किए गए आक्षेपों की जिलेवार प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर उपनिदेशक स्थानीय निकाय कन्हैयालाल सोनगरा, राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सचिव शरद केवलिया सहित विभिन्न जिलों के अधिकारी उपस्थित थे।