अब तक आपने बुक बैंक तो सुना होगा लेकिन स्मार्टफोन बैंक का नाम पहली बार ही सुनने में आ रहा है। दरअसल, सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पचास फीसदी बच्चे ऑनलाइन क्लासेज सिर्फ इसलिए नहीं ले पा रहे क्योंकि उनके पास स्मार्ट फोन नहीं है। अब बीकानेर में एक स्मार्टफोन बैंक बन गया है, जहां जरूरतमंद स्टूडेंट्स को पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन उपलब्ध कराया जायेगा। सुखद बात ये है कि किसी प्राइवेट स्कूल ने नहीं बल्कि एक सरकारी स्कूल ने इस अनूठे प्रयास को मूर्तरूप दिया है। पांच सितम्बर को ही राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित बीकानेर के टीचर दीपक जोशी ने पुरस्कार के रूप में मिले 51 हजार रुपए से इस बैंक की स्थापना की है।

जोशी ने बताया कि राजकी उच्च प्राथमिक विद्यालय जेलवेल के स्टॉफ के सहयोग से इस स्मार्टफोन बैंक की स्थापना की जा रही है। बैंक की शुरूआत 21 मोबाइल से की गई है लेकिन जल्द ही इसे तीन अंकों में पहुंचा दिया जायेगा। ये मोबाइल उन स्टूडेंट्स को दिए जा रहे हैं, जिनके घर में दो या दो से अधिक स्टूडेंट्स सरकारी स्कूल में पढ़ रहे हैं। ऐसे में एक ही मोबाइल का उपयोग दो या इससे ज्यादा स्टूडेंट्स कर सकेंगे। अभी जिन स्टूडेंट्स को मोबाइल दिया जा रहा है, उनसे 52 स्टूडेंट्स पढ़ाई कर सकेंगे। ये मोबाइल स्टूडेंट्स को इस सत्र की पढाई पूरी होने के बाद वापस जमा कराने होंगे, ताकि अन्य स्टूडेंट्स को दिए जा सकें।

पुरस्कार राशि समर्पित की

दीपक जोशी को हाल ही में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस दौरान मिली पुरस्कार राशि 51 हजार रुपए भी उन्होंने मोबाइल बैंक के लिए समर्पित कर दी है। इसके अलावा स्कूल टीचर्स ने भी अपनी तरफ से 20 हजार रुपए का आर्थिक सहयोग किया। कुछ राशि भामाशाहों से ली गई है। इससे एक लाख रुपए के आसपास राशि एकत्र हो गई। इससे 21 मोबाइल की खरीद हो पाई है, धीरे धीरे मोबाइल बढाये जायेंगे। भामाशाहों को भी इस अभियान से जोड़ा जा रहा है। सहयोग भामाशाह सांखला मोबाइल के मालिक नंदू पारीक ने किया है।

जरूरतमंद को पहले

जोशी का कहना है कि वैसे तो स्टूडेंट्स सभी समान होते हैं लेकिन स्मार्टफोन उन्हीं को दिया जा रहा है जिनके परिजन खरीद में सक्षम नहीं है। निर्धन परिवारों के मेधावी विद्यार्थियों को प्राथमिकता से मोबाइल उपलब्ध कराया जा रहा है।

रिचार्ज भी करवाकर देंगे

जोशी ने बताया कि स्कूल स्टॉफ के सहयोग से जिन स्टूडेंट्स को मोबाइल दिया जा रहा है, यथासंभव उसे रिचार्ज भी करवाकर दिया जा रहा है। अगर कोई अभिभावक रिचार्ज करवा सकता है तो स्वयं करवा सकता है। इस कार्य में भी सहयोग लिया जा सकता है।

सहयोग की अपील

राजकीय अपर प्राइमरी स्कूल के हेडमास्टर दीपक जोशी ने आम लोगों से अपील की है कि अगर उनके पास पुराना स्मार्ट फोन पड़ा है, उपयोग में नहीं आ रहा है तो स्कूल में जमा करावें ताकि जरूरतमंद बच्चों को उपलब्ध कराया जा सके।