कहा, कांग्रेस टिकट नहीं देती तो चुनाव में भुगतना पड़ेगा परिणाम
समाज के चार लोगों के सुझाए नाम

देवेन्द्र वाणी न्यूज़, बीकानेर। छह न्याति ब्राह्मण महासभा की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष व मुख्यमंत्री को पत्र देकर समाज के किसी भी शख्स को कोंग्रेस का उम्मीदवार बनाने की मांग की है। महासभा की ओर से आज मीडिया से रूबरू होते हुए कांग्रेस को चेतावनी भी दी गई कि अगर उन्होंने समाज की उपेक्षा की तो चुनाव में परिणाम भी भुगतना होगा। छह न्याति ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष भंवरलाल व्यास व महामंत्री पल्लवी शर्मा ने कहा कि पूर्व विधानसभा क्षेत्र में करीब 50 हजार से अधिक मतदाता ब्राह्मण समाज से हैं। ये क्षेत्र ब्राह्मण बाहुल्य है। व्यास ने बताया वर्ष, 2008 में बीकानेर की पूर्व विधानसभा क्षेेत्र का गठन हुआ। तब से लगातार आज तक बीजेपी के प्रत्याशी विजयी होते रहे है। वषर्, 2008 में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी डॉ. तनवीर मालावात 37,653 वोटों से हारे थे, वर्ष, 2013 में काग्रेस प्रत्याशी गोपाल गहलोत 31,677 वोटों से हारे थे, तथा वर्ष, 2018 में काग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल झंवर 7,061 वोटों से हारे थे। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 में भवानी शंकर शर्मा ने बीकानेर नगर निगम का चुनाव बीजेपी के गोपाल गहलोत को काफी अन्तराल मतों से हराया था,। भवानी शंकर शर्मा ने बीकानेर की पूर्व व पश्चिम दोनों सीटों से काग्रेस पार्टी को बढत दिलवाकर विजयी हुये थे। इस प्रकार बीकानेर पूर्व की सीट ब्राह्मण बाहुल्य सीट है। बीकानेर जिले की सभी विधान सभा क्षेत्रों में छ:न्याति ब्राह्मणों का बाहुल्य है जो हार-जीत का फैसला करते हैं। बीकानेर पूर्व विधान-सभा क्षेत्र से किसी भी छ: न्याति ब्राह्मण की ओर से बाबू जय शंकर जोशी, सुनीता गौड, पंचायत समिति प्रधान लालचंद आसोपा, पिंकी कौशिक को प्रत्याशी बनाया जाता है तो 90 प्रतिशत ब्राह्मण मतदाता कांग्रेस पार्टी के साथ होंगे जबकि ये मतदाता अधिकाशंत: बीजेपी पार्टी से जुड़ाव रखते हैं।
बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से यदि कांग्रेस पार्टी किसी भी छ: न्याति ब्राह्मण को प्रत्याशी घोषित किये जाने पर ये सभी ब्राह्मण मतदाता कांग्रेस पार्टी के साथ आ जाएंगे। जिससे बीकानेर जिले की अन्य सीटों पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने बताया कि श्रीडूंगरगढ विधानसभा क्षेत्र से ताराचन्द सारस्वत को बीजेपी ने प्रत्याशी घोषित किया है। जिससे बीकानेर के छ: न्याति ब्राह्मणों का बीजेपी पार्टी की ओर झुकाव हुआ है, जिसे रोकने के लिये आवश्यक है कि बीकानेर पूर्व विधानसभा से छ: न्याति ब्राह्मण को प्रत्याशी बनाया जावे। इस निर्णय से ब्राह्मणों का कांग्रेस पार्टी के साथ लगाव होगा, अन्यथा बीजेपी पार्टी वालों को कहने का मोका मिलेगा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की नीति अपनातीं है। बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में लगभग 3 लाख ब्राह्मण मतदाता हैं। इन मतदाताओं का असर भी हार-जीत पर पड़ता है। बीकानेर पूर्व से कांग्रेस प्रत्याशी होने पर इन मतदाताओं का असर लोक सभा चुनाव में भी पड़ेगा। समाज के लोगों का मानना है कि छ:न्याति ब्राह्मणों को महत्व नहीं दिया तो कांग्रेस पार्टी के जीत की संम्भावनायें कम हो जायेंगी और ये सारे मतदाता बीजेपी पार्टी की ओर मुड़ऩे को मजबूर होंगे। पत्रकार वार्ता में जयदयाल पंचारिया, श्रीधर शर्मा, गोपी किशन ओझा, अरुण कुमार पांडे, जगदीश प्रसाद गौड मौजूद रहे।