बीकानेर शहर के बिगड़ते हालात ने जनता को परेशान और असंतुष्ट कर दिया है, और ऐसा लग रहा है कि सरकारी तंत्र इन समस्याओं को हल करने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। बीकानेर की सड़कों, पानी की व्यवस्था, सफाई, और सार्वजनिक सेवाओं की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है, लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम उठता नजर नहीं आ रहा है। कई प्रमुख सड़कें गड्ढों से भर चुकी हैं, जिससे आम जनता को रोजाना आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सड़कों की स्थिति इतनी बदतर हो चुकी है कि आए दिन यहां दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिससे लोगों की जान को भी खतरा बना हुआ है। इसके अलावा, कई इलाकों में पीने के पानी की व्यवस्था भी बिगड़ी हुई है, जिससे लोगों को पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। कई वार्डों में गंदे पानी की समस्या है, और यह पानी पीने के लिए अनुपयुक्त है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है।

शहर की सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई है। कचरा प्रबंधन की सही व्यवस्था न होने के कारण गली-मोहल्लों में कचरे के ढेर लगे रहते हैं, जिससे गंदगी और दुर्गंध बढ़ रही है। निवासियों का कहना है कि कई बार शिकायतें करने के बाद भी नगर निगम और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। सरकारी तंत्र की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण जनता की समस्याएं अनसुनी रह जाती हैं।

नागरिकों का कहना है कि यदि जल्दी ही स्थिति नहीं सुधरी तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। बीकानेर के बिगड़ते हालातों पर प्रशासन को जल्द से जल्द ध्यान देना होगा, ताकि शहर की जनता को राहत मिल सके और बीकानेर का विकास हो सके।