नागौर। अजमेर संभाग के नागौर जिले के थांवला कस्बें के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर एक 22 वर्षीय महिला के शरीर के अन्दरूनी भागों में एक से अधिक जननांग होने के खुलासे के बाद चिकित्सक हैरान रह गए। इन शारीरिक जटिलताओं के चलते महिला के दो माह के गर्भ को गिराना पड़ा। इधर महिला को भी इस बात का ध्यान चिकित्सकों द्वारा कराई गई सोनोग्राफी के बाद पता चला।

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रकाश चौधरी से मिली जानकारी के अनुसार, कस्बे के समीप रहने वाली एक 22 वर्षीय महिला गर्भकाल के दो माह गुजरने के बाद रविवार को राजकीय अस्पताल में चेकअप के लिए आई और चिकित्सक ने उसको सोनोग्राफी कराने की सलाह दी। सोनोग्राफी में आई रिपोर्ट से सामने आया कि दो जननांग, दो गर्भाशय और दो गर्भाशय ग्रीवा पाए जाने से सभी चिकित्सक चौंक गए। इसके बाद डॉक्टर प्रकाश चौधरी ने अपने सीनियर चिकित्सकों और अजमेर के गायनोकोलॉजिस्ट से सलाह-मशवरा कर मामले की जटिलताओं के बारे में उन्हें बताया। सभी ने मिलकर सोनोग्राफी दोबारा कराने की सहमति जताई। इसके बाद महिला को अजमेर भेजकर दोबारा से सोनोग्राफी कराई, जहां पर भी महिला के शरीर में प्रजनन प्रणाली की संख्या दो होना पाया गया। जानकारी के अनुसार, महिला के मिसकरैज हो गया, जिसके बाद चिकित्सक प्रकाश चौधरी ने महिला का इलाज शुरू किया एवं गर्भपात कराया।

भारत में पहला ऐसा मामला

चिकित्सकों के अनुसार भारत में ऐसा पहला मामला है, जब किसी महिला के शरीर में दो प्रजनन प्रणाली पाई गई हो, जो कि दुर्लभ केस के तहत आता है। इससे पहले अमेरिका के पेनसिल्वेनिया में 20 वर्षीय महिला, जबकि अमेरिका के ही सन् 2018 में मिशिगन शहर में 27 वर्षीय महिला के शरीर में दो प्रजनन प्रणाली पाई गई थी। जिसने पहला गर्भ गिरने के बाद दूसरी बार में एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया और वो पूरी तरह से स्वस्थ थी। चौधरी ने बताया कि शरीर में इस प्रकार की शारीरिक जटिलता को यूटेरस डाइडेलफिस्ट के नाम से जाना जाता है।