जयपुर।  दिवाली निकलने के साथ ही राजस्थान में सर्दी का जोर दिखना शुरू हो गया है। रात के तापमान में अचानक आई कमी के चलते घरों में गर्म बिस्तर निकलने लगे हैं। चार जिलों के तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है और वह 10 डिग्री से नीचे आ गया है। मौसम विभाग का कहना है कि राजस्थान में नवंबर में अधिकतर जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास हो जाएगा। उधर, इस बार सर्दी का जोर मार्च के शुरूआती दिनों तक दिखाई देगा। सीकर का फतेहपुर 7.5 डिग्री के साथ राजस्थान में सबसे सर्द रहा। उधर, सीकर का तापमान 8.5 डिग्री दर्ज किया गया है।

मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा के अनुसार एक-दो दिन के भीतर राजस्थान में उत्तरी हवाओं के चलते तापमान में और गिरावट दर्ज होगी। तापमान 2 से 3 डिग्री तक गिरेगा, जबकि मौसम शुष्क रहेगा। शेखावाटी के और सर्द होने का समाचार मिल रहा है। फतेहपुर का तापमान 3 से 4 डिग्री तक गिर सकता है। जबकि चूरू और सीकर में इस माह के अंत तक तेज सर्दी पड़ने लगेगी।

उत्तर भारत में बदलेगा मौसम का मिजाज
पश्चिमी हिमालय पर बने एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम की ऐसी स्थितियां देखने को मिल रही हैं। अब पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर बढ़ गया है, यही वजह है कि मौसम की स्थिति में बदलाव देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही हवाओं का रुख भी पूरी तरह से बदलेगा। पूरे उत्तर भारत में ठंडी और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने लगेगी। पंजाब, हरियाणा समेत राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में मौसम थोड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। प्रदेश के पूरे क्षेत्र में हवा और सर्द परिस्थितियां बनेगी।

बचकर रहें, जहरीली हो गई हवा
दिवाली के साथ ही राजस्थान के कई जिलों की हवा जहरीली हो गई है। इस हवा में बचकर रहने की सलाह दी जा रही है। बड़ी बात यह भी है कि कोराेनाकाल के कारण जहरीली हवा कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी कर सकती है। जयपुर सहित प्रदेशभर में कई जिलों की आबोहवा पूरी तरह से जहरीली हो चुकी है। राजस्थान में जोधपुर की हवा सप्ताहभर से खराब चल रही है। राजस्थान का वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चुका है।

जयपुर की बात की जाए तो दिवाली के दूसरे दिन शनिवार सुबह भी जयपुर शहर का औसत प्रदूषण का स्तर 330 एक्यूआई के पार दर्ज किया गया। उधर, बीते सात दिन पहले यह प्रदूषण का स्तर महज 200 एक्यूआई के आसपास था। शनिवार सुबह का भिवाड़ी का एक्यूआई 419, जोधपुर का 290 के आसपास दर्ज किया गया। अलवर में 310, कोटा में 266, पाली में 240, उदयपुर में 258, अजमेर में 271 सूचकांक रहा। बताया जा रहा है कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 250 के पार पहुंचने के बाद अस्थमा के मरीजों के लिए परेशानी बढ़ जाती है। अस्थमा के मरीजों को धुंआ होने के कारण आंख और नाक में हल्की जलन होना, जी घबराना, सिरदर्द जैसी शिकायतें बढ़ जाती हैं।

राजस्थान में 6 नवंबर सवेरे 8.30 बजे तक तापमान
अजमेर 29.4……………13.4
जयपुर 28.8……………14.8
कोटा 30.8…………… 13.3
डबोक 28.5……………11.4
बाड़मेर 34.5…………..17.6
जैसलमेर 33.6………….17.3
जोधपुर 32.4…………..14.6
बीकानेर 31.7………….17.6
चूरू 29.9…………….10.8
श्रीगंगानगर 31.2………..14.4
भीलवाड़ा 29.0…………10.6
पिलानी 29.4………….12.3
सीकर 29.9…………..10.5
चित्तौडगढ़़ 31.5………..9.6
सवाई माधोपुर 31.4……..17.4
धौलपुर 29.3………….13.1
करौली 29.8………….14.3
नागौर 30.7…………..12.1
टोंक 30.0…………..15.4
बूंदी 29.4……………14.8
भीलवाड़ा 29.0………..9.6
सीकर 29.0………….8.5
फतेहपुर…………….7.5