जयपुर। राजस्थान में मानसून दूसरा चरण सक्रिय हो चुका है। इसके प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में कहीं कम तो कहीं ज्यादा बारिश हो रही है। प्रदेश के कई जिलों में अभी भी झमाझम बारिश का इंतजार बना हुआ है। राजधानी जयपुर, टोंक, अजमेर सहित अन्य जगहों की पेयजल आपूर्ति के लाइफलाइन कहे जाने वाले बीसलपुर बांध में मानसून की बेरुखी का असर दिखाई देने लगा है। इस बार उम्मीद के मुताबिक पानी की आवक नहीं होने से अब पेयजल का संकट गहरा सकता है। यदि बांध के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश नहीं होती है तो 10 सितंबर से पानी की आपूर्ति की कटौती शुरू हो सकती है। एेसे में 30 सितंबर तक बारिश की उम्मीद की जा रही है। जानकारी के मुताबिक बीसलपुर बांध में सात बड़े कैचमेंट क्षेत्र में से 4 कैचमेंट क्षेत्र में बारिश कम होने का असर बीसलपुर बांध पर पड़ा है।
2018 में भी बने थे ऐसे ही हालात-
कमोबेश यही आलम रहा तो मई 2022 तक का बांध में पानी शेष रह जाएगा। इससे बाद पेयजल आपूर्ति पर संकट मंडरा जाएगा। बीसलपुर बांध की भराव क्षमता 315 आरएल मीटर है और अभी वर्तमान स्तर 310.60 आरएल मीटर पानी रह गया है। यही स्थिति वर्ष 2018 में भी बनी थी सितंबर में बांध का लेवल 309.26 आरएल मीटर था। जयपुर को 570 एमएलडी पानी, अजमेर को 305 एमएलडी, टोंक को 52 एमएलडी पानी सप्लाई किया जाता है। जल संसाधन विभाग के अतिरिक्तत चीफ इंजीनियर मुकुल भार्गव ने बताया कि सर्दियों में कटौती को और बढ़ाया जाएगा। इसके लिए मुख्यालय से कटौती की लिए स्वीकृति मांगी है। वर्तमान में अजमेर में बीसलपुर बांध परियोजना से 48 घंटे में पेयजल सप्लाई दी जा रही है।
यहां से होती है आवक-
बीसलपुर बांध में पानी की आवक न के बराबर हो रही है जबकि बांध में मौजूद पानी से पेयजल सप्लाई जारी है। बीसलपुर बांध में पानी की आवक होने का मुख्य स्त्रोत चित्तौडग़ढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा जिले हैं जहां पर अच्छी बारिश होने से ओवरफ्लो पानी बांध में आता है। लेकिन इस बार इन तीनों जिलों में इतनी अच्छी बारिश नहीं हुई है। यही वजह रही कि बीसलपुर में पानी की आवक नहीं हुई है, जिससे अजमेर, टोंक और जयपुर जिलों में अगली गर्मी तक पेयजल आपूर्ति में कटौती रहेगी, जिससे आमजन को भी परेशानी झेलनी पड़ेगी।
प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी-
मौसम विभाग ने बुधवार को प्रदेश के आठ जिलों में भारी बरसात का यलो अलर्ट दिया है वहीं 9 और 10 सितंबर को कई जिलों में भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। 9 से 10 सितंबर तक पश्चिमी राजस्थान के दो जिलों में भी मानसून के मेघ बरसने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है।