बीकानेर। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के  कुलपति प्रो.आर.पी. सिंह ने बताया कि मत्स्य पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय भारत सरकार की राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड के द्वारा ‘प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना’ के माध्यम से विश्वविद्यालय के कार्य क्षेत्र में कार्यरत ‘कृषि विज्ञान केंद्र चूरु चांदगोठी’ को एक्वाकल्चर खेती से व्यक्तिगत व किसानों के लिए प्रदर्शन एवं प्रशिक्षण इकाई स्थापित करने के लिए  53.32 लाख की राशि के प्रस्ताव को स्वीकृत किया है और यह अनुदान राशि जारी की जा रही है । प्रो. सिंह ने बताया कि इस परियोजना के माध्यम से चूरू जिले के कृषकों को मत्स्य पालन में प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन देकर उनका सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। जिससे जिले के काश्तकारों में मछली पालन को बढ़ावा मिलेगा एवं कृषि के अतिरिक्त आय के अन्य स्रोत पैदा होंगे।