बीकानेर में पेट्रोल 95.75 व डीजल ~ ‌87.61/लीटर, देश में सबसे ज्यादा रेट श्रीगंगानगर में ~97.50

बीकानेर में पेट्रोल और डीजल की कीमत 23 दिन में आठ बार बढ़ गई। पेट्रोल 2.14 रुपए और डीजल 2.23 रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ। जनवरी के इन 23 दिनों में आठ बार कीमतें बढ़ी हैं। एक जनवरी को पेट्रोल की कीमत 93.61 रुपए थी। शनिवार को यह 95.75 रुपए पहुंच गई।

इसी तरह डीजल एक जनवरी को 85.38 रुपए प्रति लीटर था। शनिवार को रेट 87.61 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई। राजस्थान में पेट्रोल सौ रुपए के करीब पहुंच गया है। श्रीगंगानगर में पेट्रोल की कीमत 97.50 रुपए है, जो देश में सर्वाधिक बताई जा रही है।

6 मई को सरकार ने बढ़ाई थी एक्साइज ड्यूटी

कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान सरकार ने छह मई 2020 को पेट्रोल पर 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई थी। तब सरकार ने कहा था कि इसका असर आम आदमी पर नहीं पड़ेगा।

राजस्थान में टैक्स सबसे ज्यादा
केन्द्र सरकार के एक्साइज ड्यूटी लगाने के अलावा राज्य सरकारें भी वैट यानी वैल्यू एडेड टैक्स लगाती हैं। राज्यों में वैट का रेट भी अलग-अलग है। पूरे देश में सबसे ज्यादा वैट राजस्थान सरकार वसूल रही है। यहां पेट्रोल पर 38% और डीजल पर 28% टैक्स है।
अलग-अलग शहरों में कीमत में अंतर इसलिए
जब पेट्रोल-डीजल किसी पेट्रोल पंप पर पहुंचता है तो वो पेट्रोल पंप किसी ऑयल डिपो से कितना दूर है, उसके हिसाब से उस पर किराया लगता है। इसके कारण शहर बदलने के साथ ये किराया बढ़ता-घटता है। जिससे अलग-अलग शहर में भी कीमत में अंतर आ जाता है।

इसलिए महंगा हो जाता है पेट्रोल
कच्चा तेल बाहर से आता है। वो रिफाइनरी में जाता है, जहां से पेट्रोल और डीजल निकाला जाता है। इसके बाद ये तेल कंपनियों तक जाता है। तेल कंपनियां अपना मुनाफा जोड़कर पेट्रोल पंप तक पहुंचाती हैं। उसके बाद पेट्रोल पंप मालिक अपना कमीशन जोड़ता है। ये कमीशन तेल कंपनियां तय करती हैं। फिर केन्द्र और राज्य सरकार की तरफ से तय टैक्स जोड़ा जाता है। इसलिए हमें तेल महंगा मिलता है।