बीकानेर। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में तेजी के बीच शनिवार को लगातार पांचवें दिन घरेलू स्तर पर पेट्रोल 36 पैसे प्रति लीटर और डीजल 32 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया। इस बढ़त के बाद बीकानेर में पेट्रोल 113.67 रुपये प्रति लीटर और डीजल भी 104.36 रुपए प्रति लीटर पर पहुंच गया। पिछले पांच दिनों में डीजल की खुदरा कीमत 1.52 रुपए प्रति लीटर बढ़ गई है। इसकी कीमतें अब तक 2०-3० पैसे प्रति लीटर के बीच बढ़ी, लेकिन बुधवार के बाद से यह 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि पर पहुंच गई।
डीजल की कीमतों में तेजी से वृद्धि के साथ, ईंधन अब देश के कई हिस्सों में 100 रुपए प्रति लीटर से अधिक पर उपलब्ध है। यह संदिग्ध अंतर पहले पेट्रोल के लिए उपलब्ध था, जो कुछ महीने पहले देशभर में 100 रुपए प्रति लीटर का आंकड़ा पार कर गया था। पेट्रोल की कीमतों में 5 सितंबर से स्थिरता बनी हुई थी, लेकिन तेल कंपनियों ने आखिरकार पिछले हफ्ते अपने पंप की कीमतें बढ़ा दीं और इस हफ्ते उत्पाद की कीमतों में तेजी आई।
इसलिए बढ़ रहे दाम
पेट्रोल-डीजल की दामों में बढ़ोतरी की मुख्य वजह वैश्विक मांग में तेजी की वजह से कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी को माना जा रहा है। लगातार चार दिनों की तेजी के बाद इस सप्ताह के पहले दिन सोमवार को इन दोनों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था लेकिन मंगलवार से इन दोनों में वृद्धि की जा रही है। बीकानेर में इनकी कीमतें अब तक के रिकार्ड स्तर पर पहुंच चुकी है। ओपेक देशों की बैठक में प्रतिदिन चार लाख बैरल तेल उत्पादन बढ़ाने का निर्णय लिया गया था, जबकि कोरोना के बाद अब वैश्विक स्तर पर इसकी मांग में जबरदस्त तेजी दिख रही है। इस निर्णय के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में जबरदस्त तेजी आयी और यह सात वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। कच्चे तेल में तेजी के बाद कल अमेरिकी ने अपने रणनितिक भंडार का उपयोग करने की बात कही। इसके साथ ही कच्चे तेल के निर्यात को भी रोकने का संकेत दिया, जिससे कच्चे तेल में फिर से तेजी आने लगी। ब्रेंट क्रूड 0.87 डॉलर प्रति बैरल बढ़कर 82.77 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी क्रूड 0.87 डॉलर की बढ़त के साथ 78.30 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।