जोधपुर, केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राहुल गांधी पर बिना नाम लिया जोरदार हमला बोला। शेखावत ने तंज कसते हुए कहा कि देश के राजकुमार वो हैं, जो ट्रैक्टर पर सोफा लगाकर बैठते हैं। जो चुनी हुई सरकार के कागजों को फाड़ सकते हैं। जो भेड़ और बकरी के बच्चे में फर्क नहीं समझते हुए भी किसान की राजनीति करते हैं। उस राजकुमार को पूरा देश अच्छी तरह से जानता है। राजकुमार के जिक्र से जुड़े प्रश्न पर शेखावत ने कहा कि आप जानते हैं कि आजकल तो उनके साथ एक राजकुमारी भी पूरी ताकत से लगी हुई है। शेखावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों को आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है।
शेखावत ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के गंगानगर-हनुमानगढ़ क्षेत्रों में आढ़ती फसल का खरीदार ही नहीं होता, बल्कि मनी लैंडर भी होता है, जो ब्याज पर काम करता है। किसान को सुविधा भी उपलब्ध कराता है, लेकिन कर्ज देकर किसान को मजबूर कर देता है। ऐसे में किसान सड़क पर आकर आत्महत्या तक करने को मजबूर हो जाता है। मनी लैंडिंग करने वाले ऐसे ही लोग राजनीतिक आकाओं और राज्य सरकार के संरक्षण में कर्ज के तले दबे ऐसे ही किसानों को आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान कल्याण सम्मेलन के माध्यम से भाजपा ने किसानों को समझने का बीड़ा उठाया है कि नए कानूनों के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों की मुक्ति का मार्ग निकाला है। सम्मेलनों में किसानों को बताया जा रहा है कि किस प्रकार किसान लाभ उठा सकते हैं।
शेखावत ने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रित पार्टी (आरएलपी) के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल से अभी चर्चा नहीं हुई है, लेकिन एक बात मैं जानता हूं, देश के एक प्रांत पंजाब, जहां सरकार के संरक्षण में आंदोलन चल रहा है, कुछ एक हिस्सा हरियाणा का, इन्हें छोड़कर देश के बाकी किसानों ने आंदोलन क्यों नहीं किया। उन्होंने वर्ष 2015 में अकाल को लेकर लोकसभा में हुई चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि मरू भूमि में 70 में से 63 साल अकाल पड़ा, लेकिन मेरे पश्चिमी राजस्थान में एक भी किसान ने आत्महत्या नहीं की। मेरा किसान उन परिस्थितियों के साथ जिजीविषा के साथ लड़ता है। अपनी आवश्यकताओं को भी उतना ही बढ़ाता है, जितनी उसकी आमदनी है।
करौली प्रकरण पर मोमबत्ती गैंग से पूछे सवाल
करौली के सपोटरा की घटना पर शेखावत ने कहा कि किसी भी अपराध पर सियासत करना अनुचित भी है और अनावश्यक भी, लेकिन मैं प्रश्न करना चाहता हूं, ये सियासत करने वाले लोग पालघर में कैंडल लेकर क्यों नहीं जाते, सपोटरा में ट्रैक्टर पर बैठकर क्यों नहीं जाते, ये लोग केवल एक प्रांत में होने वाली ऐसी घटना ही उन्हें क्यों दिखाई देती है, बाकी सब जगह उनकी आंखों पर काला चश्मा क्यों चढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है इस तरह के प्रश्न तो उनसे करने की आवश्यकता है। अबोध बालिका के साथ हुई अमानवीयता हो, मां या बेटी की प्रतिष्ठा के साथ में खिलवाड़ हुआ हो या पुजारी या गरीब का जीवन समाप्त हुआ हो, उसे मुआवजे के साथ में जोड़कर देखना नितांत ही अमानवीय है। किसी परिवार की खोई हुई प्रतिष्ठा या परिवार के खोए हुए परिजन को आप पैसों से वापस नहीं ला सकते। केंद्रीय मंत्री ने पालघर मामले का जिक्र करते हुए अपराधियों को कठोरतम दंड दिए जाने की पैरवी की।
निगम चुनाव में राज्य सरकार को सबक सिखाएगी जनता
नगर निगम चुनाव पर शेखावत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जोधपुर और राजस्थान की जनता ने मुख्यमंत्री का जादुई तिलिस्म तोड़ा था। तब राज्य सरकर अपने हनीमून पीरियड से थी। अब नगर निगम के चुनाव में राजस्थान की जनता राज्य सरकार को जोरदार झटका देने वाली है। राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल हो चुकी है और जनता राज्य सरकार के शासन से ऊब चुकी है। हर मौके पर जनता ने धोखा खाया है। सरकार टुकड़ों में बंटी हुई है। पिछले 18 महीनों में जनता ने जो दर्द सहा है, उस लेकर शहरी जनता कांग्रेस सरकार को इतना बड़ा झटका देगी, जिसकी उन्हें उम्मीद नहीं होगी।