बीकानेर। कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिये कई जतन किये जा रहे है। यहां तक प्रशासन भी अलर्ट मोड़ में है। स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है। लेकिन बीकानेर में एक झुग्गी ऐसी भी है,जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालात ये है कि इस झुग्गी में रहने वाले 25 से 28 लोग खाने तक को मोहताज है। जब खबर की जानकारी ली तो पता चला कि यहां एक समाजसेविका मधु खत्री ने बुधवार शाम को जैसे तैसे रोटियां पहुंचाकर एक बारगी राहत पहुंचाई। जब हमने इस संदर्भ में समाजसेविका से बातचीत की तो पता चला की चिराग होटल के सामने वाली गली बनी झुग्गी में रह रहे लोगों को खाने तक की व्यवस्था नहीं है। हालांकि एक बार कुछ लोग जरूर आएं थे। लेकिन वह खाना एक ही समय में खत्म हो गया। इस झुग्गी में एक युवती की डिलवरी भी हो रखी है। जिसमें उसकी बच्ची की मौत तक हो गई। अब ऐसे हालात में उसको खाने की व्यवस्था नहीं होने से उसके स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल रही है। जब स्थानीय लोगों से इसकी जानकारी मधु खत्री को मिली तो उन्होंने मानवीयता दिखाते हुए प्रसूता के लड्डू सहित अन्य सामग्री बनाकर व करीब 100 रोटियां स्वयं जाकर पहुंचाई। खत्री का कहना है कि वे प्रशासन के निर्देशों की अनुपालना करते हुए एकबारगी तो बंद का उल्लघंन कर सकती है। किन्तु अगर प्रशासन उन्हें इजाजत दे तो इस झुग्गी में खाने की व्यवस्था वह कर सकती है। खुलासा टीम ने शहर वासियों से आग्रह किया है कि अगर आपको किसी भी प्रकार की ऐसी खबर का पता चले और आप प्रशासन और राज्य सरकार का ध्यान आकर्षित करना चाहते है तो हमें बताएं। ताकि ऐसे लोगों को तुरंत राहत मिल सके।