भविष्य में गाय,गोचर व देवी सिंह भाटी जैसे व्यक्ति मिलना मुश्किल – महंत प्रतापपुरी जी

– विप्र फाउण्डेशन व अन्य कई संगठनों ने भाटी के धरने का किया समर्थन

बीकानेर 27 जनवरी 2022 : पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा राज्य सरकार के मंत्री मण्डल में लिए गये गोचर , ओरण , पायतन व चारागाह भूमि पर पट्टे जारी करने के निर्णय के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना अनवरत जारी हैं । गोहितार्थ , राष्ट्र हितार्थ सब कुछ छोड़कर धरने पर बैठे देवीसिंह सीमान्त शेर है । उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी जी जिस तरह गाय , गोचर , संस्कार , संस्कृति व परम्परा को बचाने के लिए कार्य कर रहे है वैसे राजस्थान में देवी सिंह भाटी कार्य कर रहे है यह उद्बोधन बुधवार को तारातरा मठ बाड़मेर के मंहत व बाबा रामदेव के सहपाठी प्रताप पुरी जी ने धरना स्थल पर दिया ।

महन्त जी ने कहा कि देवी सिंह भाटी के पास कोई आता है तो पुछते है कि बोल मैं तेरे क्या काम आऊँगा । भाटी को इस कार्य में देव , कुल देव सफल करेगें । महन्त जी ने कहा कि भाटी परमार्थ के लिए कार्य कर रहे है हमारे पूर्वजों ने सरचना की वह वैज्ञानिक है हमारी संस्कृति मानव को मानव बनाती है आज स्वार्थ ने दानव – दैत्य बना दिया । संस्कृति , संस्कार भूल रहे है गाय , गोचर , धर्म के ऊपर से गुजर रहे है हम क्या थे और क्या हो रहे है । आज राजस्थान में भाटी जो कार्य कर रहे है , वह दूरदृष्टि रख कर रहे हैं । जीव मात्र का उद्देश्य यह हो गया है कि मैं सुखी कैसे रहूँ लेकिन देवीसिंह भाटी का सिद्धान्त है कि जियों ओर जीने दो ।

महन्त जी ने सैकड़ों श्रद्धालुओं को कहा कि आज पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी जिस मिशन को लेकर चल रहे है उसमें यदि सभी लोगों ने साथ नहीं दिया तो आने वाले पच्चास सालों में गाय , गोचर , देवीसिंह भाटी जैसे व्यक्ति मिलना मुश्किल हो जायेगें । महन्त जी ने कहा कि सरकार के इस गोचर , ओरण के खिलाफ कार्यों से प्रदुषण भी बढ़ रहा है लेकिन वह अपने स्वार्थों के वशिभूत होकर कार्य कर रही हैं । महन्त जी ने कहा कि आज भाटी को साधु – संत के साथ अदृश्यशक्तियों का आशीर्वाद हैं ।

भाटी प्रवक्ता सुनील बांठिया ने बताया कि आज धरना स्थल को सम्बोधित करते देवी सिंह भाटी पूर्व मंत्री ने कहा कि गाय , गोचर के बगैर संस्कार बचने मुश्किल है । आज मैंने जो बीड़ा उठाया उसमें पूरे प्रदेश का समर्थन मिल रहा है । सरकारों ने समाज का नियन्त्रण खत्म कर दिया । जबकि गोचर , ओरण , पायतन व चारागाह सरकार के रिकॉर्ड में दर्ज होनी चाहिए । आज की सरकारें नकारा होती जा रही है । भाटी ने इस अवसर पर गोबर से बनी माला , खडाऊ , आसन दिये , ईंट आदि भी महन्त जी को दिखायी ओर कहा एक गाय के द्वारा प्रदत्त सभी चीजें उपयोगी हैं । इससे मनुष्य अपने परिवार का भरण – पोषण कर सकता है ।

धरना स्थल पर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व गंगा जुबली पिंजरा प्रोल के टूस्टियों के अध्यक्ष जनार्दन कल्ला , पिंजरा प्रोल के अध्यक्ष राजेश बिन्नाणी , ट्रस्टी व गौ प्रेमी देवी किशन चांडक , श्रीराम अग्रवाल , रामगोपाल अग्रवाल , शिव बाबु अग्रवाल , लाल जी राठी उद्योगपति लालजी कल्ला , भाजपा युवा मोर्चा देहात अध्यक्ष जसराज सींवर ने भाटी के धरने का समर्थन दिया ।

जनार्दन कल्ला ने राजनीति को अलग रखते हुए कहा मैं भाटी जी के गोचर , ओरण बचाने के कार्य की सराहना करता हूँ व अपना समर्थन भी देता हूँ ।

बांठिया ने बताया कि गुरुवार को जसनाथ जी सिद्ध के अनुयायी कतरियासर के बिरबल नाथ जी ने धरना स्थल पर अपने शिष्यों व अनुयायी के साथ पहुंच कर भाटी को आशीर्वाद दिया । इस अवसर पर मंत्री देवी सिंह भाटी ने महाराज जी से आग्रह किया कि वे अपने सभी अनुयायियों को निर्देशित करें कि सरकार जब भी गोचर , ओरण मंदिरों की जगह पर बुरी नियत रखें । सब एकजुट होकर सामना करें ।

बांठिया ने बताया कि विप्र फाउण्डेशन के संस्थापक व संयोजक सुशील ओझा ने भाटी से दूरभाष पर बात करके अपना समर्थन पत्र भी भिजवाया हैं । बांठिया ने बताया कि आज पूरे जिले से महिला पुरूषों सहित सैकड़ों लोगों ने धरना स्थल पर पहुंच कर पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी द्वारा दिये जा रहे धरने को समर्थन दिया ।

जिसमें पांच गौशालाओं की देख रेख करने वाले नोखा के बनवारी लाल डेलू , सुरजड़ा पूर्व सरपंच प्रभुराम नाई , हदां पूर्व सरपंच नारायणसिंह , रणधीसर के चनेखां , भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष बुलाकीराम गहलोत , सेवानिवृत पुलिस अधिकारी मुरलीधर किराडू , गायाकार नवदीप बीकानेरी , भाजपा के पूर्व पार्षद व मण्डल अध्यक्ष शिव कुमार रंगा , आदर्श शर्मा , शम्भू गहलोत , आदि ने गोचर , ओरण को बचाने के लिए दिये जा रहे धरने को धरना स्थल पर पहुंच कर अपना समर्थन जताया ।