बीकानेर। शहर में कोरोना का कहर खत्म ही नहीं हुआ की डेंगू ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया। कहर पर कहर से पीड़ित लोग अपना दर्द किसके सामने बया करे। हमारे जन प्रतिनिधि को करंट के कहर ने घेर रखा है। जिले के मुखिया सुर्ख़ियो में रहने के लिए ताबड़तोड़ मीटिंगे कर दिशा निर्देश जारी करने में मस्त है। शहर भर में मचछरो ने आतंक मचा रखा है। कई पार्षद जनप्रतिनिधि फोगिंग करने के समाचार प्रेषित कर अपनी पीढ़ थपथपाने में लगे है। शहर के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम में रोगियों की भरमार लगी है। इसके बावजूद अनेको लोग डॉक्टरों के घरो से गाइड लाइन लेकर अपना इलाज करवा रहे है। बताया जाता है कि शहर में प्रतिदिन 400 से 500 तक के डेंगू पॉजीटिव रोगी चिन्हित हो रहे है। परन्तु लगता नहीं की जिला प्रशासन या कहे शहर का स्वास्थ्य विभाग इस कहर को रोक पाने में सफल हो पायेगा।

सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में हर रोज डेंगू जांच के पांच सौ से ज्यादा सेम्पल पहुंच रहे हैं। इसमें सामान्य डेंगू होने पर उसे पॉजिटिव नहीं माना जा रहा। सिर्फ गंभीर स्थिति होने पर ही पॉजिटिव माना जा रहा है। मेडिकल कॉलेज से कई गुना ज्यादा सेम्पल प्राइवेट लेब में हो रहे हैं, जहां नब्बे परसेंट रोगी पॉजिटिव ही मिल रहे हैं। एक प्राइवेट लेब संचालक ने बताया कि गुरुवार रात तक पचास टेस्ट किए थे, जिसमें 45 पॉजिटिव पाए गए हैं। ये एनएस वन टाइप के डेंगू रोगी है।

ये है डेंगू के लक्षण

डेंगू पीडित रोगी को 102 से 104 डिग्री तक बुखार आ रहा है। साथ ही उल्टी की शिकायत भी मिल रही है। ऐसे रोगियों की जांच कराते ही वो पॉजिटिव मिल रहे हैं। इन रोगियों के खून की जांच कराने पर प्लेटलेट्स एक लाख के आसपास आ रही है। पचास हजार से कम प्लेटलेट्स होने पर अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है।

चिकुनगुनिया जैसे लक्षण भी

डॉक्टर्स बता रहे हैं कि बीकानेर में अनेक ऐसे मरीज भी सामने आ रहे हैं, जिन्हें बुखार तो नहीं है लेकिन जोड़ों में जबर्दस्त दर्द है। आमतौर पर ये लक्षण चिकुनगुनिया के हैं। अब कुछ रोगियों की जांच करवाई जा रही है कि चिकुनगुनिया तो वापस नहीं आ रहा है।

बच्चे नेकर नहीं पहनेंगे

उधर, जिला प्रशासन ने एक आदेश जारी करके स्कूल संचालकों से कहा है कि बच्चों को नेकर में स्कूल नहीं बुलायें। शर्ट और पेंट दोनों फुल हों ताकि हाथ व पैर पूरी तरह से ढके हुए रहें। डेंगू के मच्छर आमतौर पर पैरों में ही काटते हैं। ऐसे में बच्चों को घर व स्कूल में फुल पेंट पहनाने के निर्देश दिए गए हैं।