जयपुर। राजस्थान में मंत्री मंडल में फेर बदल को लेकर हो रही चर्चाओं में राज्य के दो मंत्रियो को कांग्रेस द्वारा मनाये जाने वाली आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर होने वाले विशेष आयोजनों के लिए गठित कमेटियों में राजस्थान सरकार के मंत्री डॉ. बी ड़ी कल्ला व प्रमोद जैन भाया को देश व्यापी होने जा रहे कार्यक्रमों की सफलता के लिए जोड़ा गया है। राजस्थान में कांग्रेस सरकार के व्यापक परिवर्तन से पूर्व एक एक कर मंत्री मंडल के सदस्यों को केंद्रीय संगठन में जोड़ा जाने को लेकर राजनितिक गलियारों में अनेको तरह की अटकले लगाई जा रही है। देश की राजनितिक गतिविधियों पर विश्लेषण करने वालो का अनुमान है कि गहलोत सरकार के पुनर्गठित होने वाले मंत्री मंडल में करीब 2 दर्जन नए नाम आ सकते है। जिनमे राजस्थान की राजनीती की धुरी बन चुके सचिन पायलट के सुझाव का भी असर रहेगा। राजनितिक विशेषज्ञों का मनना है कि कांग्रेस हाई कमान पंजाब सरकार में किये गए परिवर्तन पर जिन हालातों का सामना करना पड़ा वह स्थति राजस्थान में न बने। इस लिए उन्ही मंत्रियो का नाम केंद्र की राजनीति में जोड़ा जा रहा है। जिन्हे किन्ही करने से मंत्री मंडल से मुक्त किया जाना था। बताया जा रहा है कि अभी भी 2 से 3 मंत्रियो को अन्य जिम्मेदारी दी जनि है। इसके बाद ही मंत्री मंडल में फेर बदल किया जायेगा। अब तक राज्य मंत्री मण्डल के चिकित्सा मंत्री रघु शर्म और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को भी एआईसीसी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल चुकी है। रघु शर्मा को गुजरात का प्रभार दिया गया है तो वहीं हरीश चौधरी पंजाब कांग्रेस के प्रभारी बनाए गए हैं। इसके अलावा भंवर जितेंद्र सिंह, जुबेर खान, रघुवीर मीणा, कुलदीप इंदौरा और धीरज गुर्जर को भी एआईसीसी में जिम्मेदारी मिली हुई है। इनमे से रघुवीर मीणा, धीरज गुर्जर को राजस्थान में जिम्मेदारी मिल सकती है। कांग्रेस जिन मंत्रियो को मंत्री मंडल से बाहर कर नई जिम्मेदारी सौंपने जा रही है उस जगह की भरपाई निर्दलीय विधायकों व बसपा को छोड़ कर कांग्रेस का साथ देने वाले विधायकों से करेगी। इनके साथ ही पायलट समर्थको का भी बोलबाला रहेगा।