तीन तरह से बचत फार्मूला
महंगी बिजली, कम खरीद
बिजली उत्पादन और डिमांड में अंतर के कारण महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है। एक्सचेंज से करोड़ों यूनिट बिजली 10 रुपए प्रति यूनिट में खरीदी गई। इन भवनों में सोलर पैनल लगने के बाद सालाना 17000 लाख यूनिट सोलर बिजली सप्लाई हो सकेगी।
पांच रुपए यूनिट बचेंगे
अभी प्रति यूनिट 8 रुपए की दर से बिजली ली जा रही है। सोलर पैनल से करीब 3 रुपए प्रति यूनिट ही बिजली उत्पादन लागत आएगी। सप्लाई व अन्य चार्ज जोड़ लें तो भी 4 से साढे़ चार रुपए प्रति यूनिट बचेंगे।
डिस्कॉम्स को मिलेगी बिजली
सरकारी इमारत, भवनों में सुबह 9 से शाम 6 बजे तक ही अधिकतम बिजली खपत होती है। इसी दौरान सौर ऊर्जा का उत्पादन भी होता है। छुट्टियों में सस्ती बिजली डिस्कॉम को मिल सकेगी।