करीब 3 लाख शिक्षको को सता रहा है कोरोना संक्रमित होने का डर

 

स्माइल 2 शिक्षा विभाग के तुगलकी फरमान का विरोध

बीकानेर। शिक्षा विभाग द्वारा इस्माइल-2 कार्यक्रम के तहत विद्यार्थियों से व्हाट्सएप के माध्यम से गृह कार्य दिये जाने व व्हाट्सएप पर ही मंगवा कर उसका प्रिंट निकलवा कर उसके मूल्यांकन के बाद पोर्टफोलियो में लगवाने के आदेश जारी किए गए है। इसके अतिरिक्त जिन बालको के पास स्मार्ट फोन की सुविधा नही है उन विद्यार्थियों के घर घर जाकर गृह कार्य देने व पुनः घर घर जाकर उक्त गृह कार्य को संकलित कर उसके मूल्यांकन के बाद प्रत्येक बालक के पोर्टफोलियो में लगाने के आदेश पारित किए है।
घर-घर जाकर गृह कार्य देना, कोरोना संक्रमण बढ़ाने जैसा
राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रदेश महामंत्री श्री अरविंद व्यास ने बताया कि
ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकाँश विद्यार्थियों के माता पिता के पास स्मार्ट फोन की सुविधा नहीं है। ऐसे में विद्यार्थियों को व्हाट्सएप के माध्यम से गृह कार्य देना संभव नही हो पा रहा है।ऐसे में अधिकांश विद्यार्थियों के घर-घर जाकर गृह कार्य देने व संकलित करने हेतु शिक्षको का विभिन्न बालको के घरों में आना-जाना बढ़ जाने से शिक्षको ,बालको व उनके परिवार में कोरोना संक्रमण फैलने की प्रबल संभावना बन गई है।ऐसे में शिक्षा विभाग के स्माइल-2 के तहत घर घर जाकर गृह कार्य देने व उसके संकलन करने का आदेश पुनर्विचारणीय है।
प्रदेशमंत्री रवि आचार्य ने कहा कि एक ओर राज्य सरकार तीव्र गति से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के नीत नए -नए उपाय व प्रयास कर रही है वहीँ शिक्षा विभाग शिक्षको को बालको के घरो में भेजकर कोरोना संक्रमण फैलने की संभाविता को बढ़ाने वाले आदेश जारी कर रहा है। जिससे शिक्षको एवं बालको में भय व्याप्त है।
विद्यर्थियों को न्यूनतम संख्या अथवा कक्षावार बुलाने के आदेश जारी करने की मांग
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष श्री सम्पतसिंह ने कहा कि राजस्थान राज्य में कड़ाके की सर्दी का प्रकोप प्रारम्भ हो चुका है।वही सर्दी के मौसम में कोरोना 19 का प्रकोप थमने के स्थान पर बढ़ता जा रहा है।
ऐसे में घर-घर जाकर बालको को गृह कार्य देने व उसे संकलित करने के शिक्षा विभाग के आदेश भयावह साबित हो सकते है।
प्रदेशाध्यक्ष श्री सम्पतसिंह ने बताया कि संगठन ने शिक्षा विभाग के घर-घर जाकर गृह कार्य देने व उसका संग्रह करने के के आदेश को निरस्त कर उसके स्थान पर विद्यार्थियों की न्यूनतम संख्या निर्धारित कर अथवा कक्षावार बालको को स्कूल में बुलाकर अध्यापन, गृह कार्य देंने व उसका मूल्यांकन करने के आदेश जारी करने की मांग को लेकर राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजा है।
ताकि राज्य के 3 लाख के करीब शिक्षकों के अतिरिक्त बालको के कोरोना से संक्रमणीत होने अथवा संक्रमण फैलने की संभावनाओं को रोक जा सके।
कोरोना संक्रमण फैलने के भावी ख़तरे को टालना उचित
संगठन के प्रदेश संगठन मंत्री प्रहलाद शर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना विस्फोट हो रहा है एक ही दिन में 3 हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज पाए जाने के मामले सामने आ रहे हैं। 8 शहरी मुख्यालय पर राज्य सरकार द्वारा कर्फ्यू लागू कर दिया है। वहीं अन्य जिलों में धारा 144 लागू कर रखी है।ऐसे में शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षको को घर घर जाकर गृह कार्य देने के तुगलकी आदेश कोरोना संक्रमण फैलाने में मददगार साबित होने वाले प्रतीत होते है।ऐसे आदेश से शिक्षको व बालको तथा उनके परिवार में संक्रमण फैलने का अंदेशा बढ़ गया है। ऐसे में उक्त तुगलकी आदेश पर अकुंश लगाकर संक्रमण बढ़ने के भावी खतरे को टाला जा सकता है।

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