जयपुर। राजस्थान में सुस्त पड़ा मानसून अब कृष्ण जन्माष्टमी से एक्टिव होगा। कान्हा जी के जन्मोत्सव पर इंद्रदेव मेहरबान होंगे और बारिश का दौर शुरू होगा। मानसून की गतिविधियां सितम्बर के पहले सप्ताह तक होगी। इस बार पूरे प्रदेश में बारिश के आसार हैं। अब तक ज्यादातर बारिश पूर्वी राजस्थान में ही हुई है।
पूर्वी हिस्से में 29 अगस्त से बारिश का दौर
जयपुर मौसम विभाग के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी व पश्चिम बंगाल से लगने वाले क्षेत्र के ऊपर एक सिस्टम बना हुआ है। इसके प्रभाव से अगले चौबीस घंटों के दौरान एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इस सिस्टम के कारण राजस्थान के पूर्वी हिस्से में 29 अगस्त से बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। 29-30 अगस्त को उदयपुर, कोटा व भरतपुर संभाग के जिलों में मेघगर्जन के साथ कहीं-कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है।
जयपुर, कोटा, उदयपुर, अजमेर और भरतपुर संभाग सहित ज्यादातर भागों में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी हो सक ती है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर और जोधपुर संभाग के जिलों में एक से 4 सितंबर के दौरान कई स्थानों पर बारिश हो सकती है। बारिश का यह सिस्टम सितंबर के पहले सप्ताह के अंत तक बना रह सकता है।
तापमान गिरने से गर्मी से मिली राहत
प्रदेश का तापमान सामान्य बना हुआ है। जयपुर, जैसलमेर, चूरू, भीलवाड़ा, टोंक, झुंझुनूं, चित्तौडग़ढ़, अजमेर, कोटा, बाड़मेर में रात का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे आ गया है। लोगों को गर्मी से राहत मिली है। दिन में भी प्रदेश के अधिकांश शहरों में पारा 34 से 37 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। सबसे ज्यादा तापमान गंगानगर जिले में 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। लिए