नागौर, जिले में एक नाबालिग लड़की की हत्या के मामले में आरोपी ने दो दिन फरार रहने के बाद खुद को पुलिस हवाले कर दिया। आरोपी ने एक अन्य युवती से प्रेम प्रसंग के चलते अपनी ही नाबालिग पत्नी की हत्या की। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था, लेकिन आरोपी पुलिस कॉन्स्टेबल को धक्का देकर फरार हो गया था। दो दिन तक फरार रहने के बाद आरोपी ने सरेंडर कर दिया। पुलिस लगातार उसे तलाश कर रही थी। दो दिन पहले नागौर के खुनखुना से एक नाबालिग का अपहरण कर हत्या के बाद पोबेरी गांव में खेत में बने वाटर टैंक में लड़की का शव डाल दिया था। आरोपी साबिर खान को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पिता व एक भाई को भी हिरासत में ले लिया था। लेकिन उसी रात सवा 9 बजे आरोपी थाने के पीछे खुली खिड़की से फरार हो गया था। गच्छीपुरा पुलिस ने 24 घंटे बाद रविवार को रात 11 बजे साबिर को उसके घर से दबोच लिया।
पुलिस की लापरवाही से हुआ फरार
साबिर पुलिस की लापरवाही के चलते फरार हुआ था। रविवार रात खुनखुना हेड कॉन्स्टेबल छोटूराम विश्नोई ने SHO की अनुमति के बिना साबिर को कंप्यूटर रुम से लाकर बैरक में बंद किया और सघन पूछताछ शुरु कर दी। एक घंटे तक पूछताछ के बाद हेड कॉन्स्टेबल उसे वहीं छोड़कर बाहर आ गया। तेज गर्मी के कारण आरोपी को वहां घुटन महसूस हुई। उसने बैरक की एक खिड़की खोल दी। खिड़की में सलाखें नहीं थीं, ऐसे में आरोपी खिड़की से कूदकर रेलवे ट्रैक पार करते हुए खेतों में अपने घर के पास फसल में छुपकर बैठ गया। दूसरी ओर आरोपी के गायब होने के बीस मिनट बाद पुलिस को पता चला तो हाथ पांव फूल गए। पुलिस ने साबिर के घर दबिश दी लेकिन वह वहां नहीं था।
गांव में ही था आरोपी
आरोपी साबिर घर के सामने खेत में छुपा सब देख रहा था। एक रात व एक दिन वह फसल में ही छुपा रहा। पुलिस के तीन जवान घर के बाहर पहरे पर बैठे थे। वह प्यास और भूख से परेशान होकर
पुलिस के घर से हटने का इंतजार करने लगा। रात को दस बजे पुलिस के जवान जब थाने पहुंच गए तब आरोपी फसल से निकल कर घर पहुंचा।
मै घर पर हूं..मुझे ले चलो
रात को साबिर घर पहुंचा तो परिजनों ने सरेंडर करने के लिए उसे तैयार किया। साबिर ने थानाधिकारी अमरचंद बाकोलिया को फोन लगाकर कहा- साहब मैं साबिर खान बोल रहा हूं। मैं घर पर हूं। आप आकर मुझे ले चलो। थानाधिकारी ने सिपाइयों की ढाणी दमबोई कलां पहुंच पहले तस्दीक की और फिर साबिर को लेकर थाने पहुंचे। उच्च अधिकारियों को सूचित किया व बाद में खुनखुना पुलिस के सुपुर्द कर दिया।