बीकानेर। केन्द्रीय संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में 15 लाख 37 हजार रुपए की लागत से बनने वाली टीबी जांच की उच्चतम स्तर की लैब के लिए सांसद निधि कोष से पैसा उपलब्ध करवाया जाएगा, इस धनराशि से आधारभुत सुविधाएं विकसित की जाएंगी। मेघवाल शनिवार को टीबी मुक्त बीकानेर पर आयोजित संगोष्ठी में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे।


केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह सोच है कि 2025 तक भारत टीबी मुक्त हो जाए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टीबी मुक्त बीकानेर के लिए सरकार द्वारा तो आवश्यक कार्यवाही की जा रही है और संसाधन भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, साथ ही और साधन बेहतर सुविधा मिले इसके लिए हम सभी को विभिन्न भामाशाह और मल्टीनेशनल कंपनियों के संयोग से उनके द्वारा सीएसआर के तहत होने वाले कार्यों के तहत आर्थिक इमदाद भी लेने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने संगोष्ठी के दौरान उपस्थित टीबी के तीन मरीजों से बातचीत भी की और उन्हें उपलब्ध होने वाली दवाओं और इलाज के बारे में जानकारी हासिल की।]

संगोष्ठी में क्षय रोग चिकित्सालय के विभागाध्यक्ष सीएस मोदी ने अपने प्रस्तुतीकरण में बताया कि टीबी रोग के इलाज में पूर्ण सतर्कता बरती जा रही है। बीकानेर मुख्यालय पर स्थित पीबीएम अस्पताल सहित जिले की सभी पीएससी एवं सीएससी सहित 13 डिस्पेंसरी में टीबी का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीकानेर में स्थित 20 निजी चिकित्सालय भी टीबी के इलाज में पूरा सहयोग प्रदान कर रहे है। इस संगोष्ठी में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एचएस कुमार, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. एलए गौरी, अधीक्षक पीबीएम चिकित्सालय डॉ. पीके बेरवाल, डॉ. रंजन माथुर, डॉ गुंजन सोनी, जिला क्षय रोग अधिकारी एवं समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष इस संगोष्ठी में उपस्थित थे।