
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने अपनी तमाम आर्थिक दुश्वारियों के बावजूद कश्मीर का राग अलापना जारी रखा है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में मंगलवार को जम्मू और कश्मीर के मामले को एक बार फिर उठाने की कोशिश की, लेकिन भारत ने जबर्दस्त पलटवार किया और उसकी बोलती बंद कर दी। उधर, पाकिस्तान की माली हालत इतनी खराब है कि वहां दूध जैसी रोजमर्रा की चीजें भी इतनी महंगी बिक रही हैं कि आम लोगों का उसे खरीदना मुमकिन नहीं है।
मुहर्रम के मौके पर यहां आम खाने पीने की चीजों की कीमतें सातवें आसमान पर पहुंच गईं हैं। कराची और सिंध प्रांत में दूध की कीमत 140 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई है। यह कीमत पाकिस्तानी करेंसी के मुताबिक है। पाक अखबार एक्सप्रेस न्यूज के मुताबिक, यहां का स्थानीय ‘डेयरी माफियाÓ मुहर्रम के मौके पर दूध की बढ़ी मांग के बीच नागरिकों से लूट पर उतर आया है और मनमानी कीमत वसूल रहा है।
बता दें कि मोहर्रम पर दूध का इस्तेमाल शरबत और खीर आदि बनाने में किया जाता है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन ने लोगों की समस्याओं के प्रति अपनी आंखें मूंद ली हैं। हालात इतने खराब हो चले हैं कि दूध की दुकानें अब सिर्फ सुबह और शाम के वक्त कुछ घंटों के लिए खोली जाती हैं।
वहीं, सरकार की ओर से भी कोई राहत नहीं है। खबरों के मुताबिक, सरकार ने दूध की कीमत 94 रुपये लीटर तय की है। हालांकि, यह कभी भी आम लोगों को 110 रुपये लीटर से कम नहीं मिलता। उधर, मामले पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया देखते हुए सिंध सरकार ने डेयरी मालिकों के साथ मीटिंग करने का फैसला किया है।
उधर, भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में कश्मीर का मामला उठाने के लिए मंगलवार को पाकिस्तान को एक बार फिर निशाने पर लिया। भारत ने कहा कि खुद मानवाधिकारों के मामले में बेहद खराब रिकॉर्ड रखने वाले एक देश ने लोगों के सामने झूठी और मनगढ़ंत कहानी पेश की है। भारत ने यह साफ कर दिया कि वह अपने अंदरूनी मामलों में किसी अन्य की दखल बर्दाश्त नहीं करेगा।