बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर में नव-निर्मित विधि भवन एवं सामाजिक विज्ञान भवन का लोकार्पण 04 दिसम्बर को दोपहर 12:00 बजे राज्यपाल एवं कुलाधिपति, कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से करेंगे। इस गरिमामय कार्यक्रम में राज्य के ऊर्जा एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी एवं विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह उपस्थित रहेंगे। पत्रकार वार्ता में आयोजन व विवि की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कुलपति विनोद कुमार सिंह ने बताया कि इसकी स्वीकृति मिलने के बाद विवि में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। उन्होंने विवि की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि शोध कार्य में भी विश्वविद्यालय निरन्तर गतिविधियों का संचालन कर रहा है। शोधार्थियों को असुविधा न हो इसलिए ऑनलाईन मौखिक परीक्षा आयोजित करवाई जा रही है। साथ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्धारित मापदण्डों के अनुसार शोध कार्यो की गुणवत्ता बनी रही इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया अपनाकर कार्यवाही सम्पादित की जा रही है। किसी भी विश्वविद्यालय की पहचान शोध कार्य से होती है इसके लिए शोध गंगा पोर्टल पर थिथिस उपलब्ध रहती है। किसी भी विश्वविद्यालय द्वारा थिथिस अपलोड करने से उसकी गुणवत्ता का आकंलन होता है।

हाल ही में इस हेतु जारी आंकडों में महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय द्वारा रिसर्च की 2208 थिथिस अपलोड कर पूरे भारत वर्ष में प्रथम स्थान प्राप्त कर नाम रोशन किया है। वर्तमान में खेलकूद को बढावा देने के लिए विश्वविद्यालय प्रबन्ध बोर्ड द्वारा विजेताओं खिलाडिय़ों के लिए प्रोत्साहन राशि में अभिवृद्धि की गई है। विश्वविद्यालय परिसर में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का इण्डोर स्पोट्र््स कॉम्पलेक्स का निर्माण अंतिम चरणों में है। साथ ही क्षेत्र के खिलाडिय़ों की मांग को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में साईकिल वैलोड्रम निर्माण की स्वीकृति जारी कर दी गई है जिसका निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारम्भ होगा।विश्वविद्यालय द्वारा कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए केन्द्रीय एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के अंतिम वर्षो की परीक्षा 28 अक्टूबर, 2020 तक आयोजित करवाकर 30 नवम्बर तक समस्त कक्षाओं के परीक्षा परिणाम जारी कर राज्य में अव्वल प्रदर्शन किया। विश्वविद्यालय द्वारा इस सत्र हेतु समस्त पाठ्यक्रमों का निर्माण करवाकर अनुमोदन पश्चात् उक्त पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। कुलाधिपति एवं राज्यपाल के निर्देशानुसार नवीन शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के सम्बन्ध में विश्वविद्यालय स्तर पर टॉस्क फोर्स का गठन कर शिक्षाविदें से सुझाव किये गए है।

सिंह ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा विश्वविद्यालय में पूर्व में संचालित 06 विभागों के अतिरिक्त तीन नवीन विभाग भूगोल, वाणिज्य एवं प्रबन्धन एवं फ ाईन आट्र्स (ड्राईग एण्ड पेन्टिंग) स्वीकृत किये है। वर्तमान में 06 विभागों एवं स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में लगभग 1300 विद्यार्थी विश्वविद्यालय में अध्ययनरत है। नवीन विभागों की स्वीकृति के पश्चात् विद्यार्थियों को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त भवनों में शिक्षण कार्य सम्पादन करवाया जाए इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व में निर्मित दो अकादमिक भवनों के अतिरिक्त नवीन विधि भवन एवं सामाजिक विज्ञान भवन का निर्माण करवाया गया है। उक्त भवनों का निर्माण सन 2018 से प्रारम्भ हुआ। भारत सरकार के केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग द्वारा क्षेत्र की स्थापत्य कला एवं संस्कृति को ध्यान में रखते हुए इन भवनों का निर्माण करवाया गया है। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए 6290 वर्ग मीटर में इन भवनों का निर्माण करवाया गया है जो दो मंजिला है तथा अण्डर ग्राउण्ड भी निर्मित करवाया गया है। उक्त भवनों पर कुल 1200 लाख रूपये की लागत आई है। इन भवनों के निर्माण से नवीन पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त पूर्व में संचालित विभागों के विद्यार्थियों को अध्ययन एवं शोध कार्य करने की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

वर्तमान में कोविड परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को राज्य सरकार के निर्देशानुसार आगामी कक्षाओंं में प्रोविजनल प्रवेश दिया गया है। साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों के भौतिक रूप से प्रवेश के प्रतिबंध के कारण शिक्षकों द्वारा ऑनलाईन प्लेटफार्म के माध्यम से कक्षाएं संचालित हो रही है। प्रेस वार्ता में कुलसचिव एवं वित्त नियंत्रक संजय धवन,कार्यक्रम प्रभारी डॉ. बि_ल बिस्सा, डॉ. अम्बिका ढाका एवं कमल कान्त शर्मा ने आयोजित होने वाले पोस्टर का विमोचन किया।