बन्द पड़ी एक्सरे पोर्टेबल एक्सरे तथा ई.सी.जी. मशीने
व लिफ्ट जल्द दुरस्त करवाने की मांग

देवेंद्र वाणी न्यूज़, आज बीकानेर सम्भाग के सबसे बड़े राजकीय पीबीएम अस्पताल में कुछ अव्यवस्थाएं एवं खराब मशीनों को ठीक करवाने के लिये बीकानेर नगर निगम उप महापौर राजेन्द्र पंवार एवं भाजपा नेता जेपी व्यास के नेतृत्व में  पीबीएम अधीक्षक परमेन्द्र सिरोही से मिला।
उप महापौर पंवार ने परमेन्द्र सिराही को पीबीएम की तीन गम्भीर समस्याओ के बारे मे बताया कि:-
1. यह कि पी.बी.एम. अस्पताल बीकानेर रोगियों की एक्सरे तथा ई.सी.जी. की जांच हेतु मशीने उपलब्ध है। इस सुविधा के बावजुद प्रायः ये मशीने खराब रहती है। खराब मशीनो के कारण भर्ती रोगियों को एक्सरे व ईसीजी बाहर से करवाने पड़ते है। ।
2. यह कि ऊपरी मंजिल पर भर्ती रोगियों के लिए नवनिर्मित आई.सी.यू. मे भर्ती गम्भीर रोगियों के लिए लगी हुई लिफ्ट के 15-20 वर्षो से बन्द होने के कराण पोर्टेबल एक्सरे मशीन को ऊपरी मंजिल में ले जाने मे दिक्कत आती है। इसलिए कार्यरत स्टाफ द्वारा पोर्टेबल एक्सरे मशीन को प्राय ऊपर ले जाने के बजाय इसे खराब बताया जाता है।
3. यह कि इसी प्रकार लिफ्ट सुविधा नही मिलने तथा पोर्टेबल एक्सरे मशीन खराब होने ऊपरी मंजिल मे भर्ती रोगियों की आवश्यक जाचों के अभाव मे उनका इलाज उपयुक्त ढंग से नही पा पाता है।
इसी के साथ भाजपा नेता जेपी व्यास ने आईसीयू मे भर्ती रोगीयों को जांच करवाने के लिए रेम्भ से निचे जाना पड़ता है। वेन्टीलेटर, बाईपास तथा आॅक्सीजन रोगीयों के लिए ये रेम्प घातक सीध होता है एवं जिसमें झटके लगते है जिससे रोगी की कभी तबीयत बिगड़ सकती है। इसलिए रोगियों के लिए निचे जाने के लिए खराब पड़ी लिफ्ट को दुरस्त करवाने के लिए कहा।
इस सभी समस्याओं को अधीक्षक सिरोही ने बड़ी गम्भीरता से सुना ओर सम्बधित विभाग के डाॅक्टरो को बुलाकर इन समस्याओं के बारे मे अवगत करवाया। और श्री सिरोही से शिष्ठ मण्डल को यह आश्वसन दिया की नये साल मे बीकानेर की जनता के लिए से सभी अवस्थाएं दुरस्त हो जायेगी किसी प्रकार की समस्याओं का सामना नही करना पड़ेगा। साथ ही अधीक्षक महोदय ने यह भी कहा कि एक लिफ्ट आईसीयू वार्ड के पास लगाने की मंजूरी मिल चुकी है वो भी नये साल का बीकानेर की जनता को तौहफा होगा।
शिष्ठ मण्डल मे मिलने वाले पार्षद प्रदीप उपाध्याय, शिव पड़ीहार, पुनीत शर्मा, अनुप गहलोत, रामदयाल पंचारिया, सुमन छाजेड़, सुधा आचार्य, बजरंग सोखल, दीपक गहलोत आदि अन्य कार्यकर्ता साथ थे।