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बीकानेर।सियाचिन ग्लेशियर में शहीद हुए बीकानेर के नोखा के जवान तुलछाराम सियाग को हजारों नम आंखों ने श्रद्धांजलि दी। सुबह बीकानेर आर्मी एरिया से उनकी अंतिम यात्रा शुरू हुई। कई गांवों से होते हुए पैतृक गांव केड़ली पहुंच रही है, जहां पहले से हजारों की संख्या में लोग हाथों में पुष्प लिए इंतजार कर रहे हैं। आज दोपहर ही उनकी पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो जाएगी।तुलछाराम ने सियाचिन ग्लेशियर में ही राष्ट्र सेवा करते हुए मिल्ट्री केंप में सोमवार को दम तोड़ दिया था। उसके बाद से उन्हें मिल्ट्री हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मिल्ट्री हॉस्पिटल से सेना का विशेष दल उन्हें लेकर मंगलवार रात बीकानेर पहुंचा। यहां मिल्ट्री एरिया में स्थित अस्पताल की मोर्चरी में उनका शव रखा गया। बुधवार सुबह सेना के ट्रक में तिरंगे में लिपटा तुलछाराम का शव नोखा के केड़ली गांव के लिए रवाना किया गया। केप्टन चंद्र चौधरी सर्किल पर आम लोगों ने व पूर्व सैनिकों ने तुलछाराम को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद जिस गांव से उनका काफिला निकला, वहीं पर पुष्प अर्पित करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी।नोखा से केड़ली तक तो बच्चों ने जगह-जगह रंगोली सजाकर शहीद की अंतिम यात्रा के रास्ते को सजाया-संवारा। लड़कियों ने इन रंगोलियों में तिरंगा दर्शाया गया तो कहीं वीर जवान की राइफल दिखाई गई। नोखा में तो हजारों की संख्या में लोग इस काफिले में शामिल हुए। नोखा में पूर्व सांसद और पूर्व नेता प्रतिश रामेश्वर डूडी ने पुष्प अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। वहीं केड़ली में उनके निवास पर नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल विधायक मोहनराम, नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई व आत्माराम तर्ड आदि उपस्थित रहे।

घर के आगे सन्नाटा

तुलछाराम के घर के आगे आज सैकड़ों लोग उपस्थित है। बड़ी संख्या में महिलाएं भी है लेकिन हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। बीच-बीच में उसकी पत्नी व अन्य सदस्यों की सिसकियां सुनाई देती है। यहां भी बड़ी संख्या में लोग भारत का झंडा हाथ में लिए शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े हैं।