
देवेन्द्रवाणी न्यूज,बीकानेर। इंसान को कही न्याय नहीं मिलता तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाता है और न्याय की कुर्सी पर बैठे न्यायाधिपति से इंसाफ की आस लगाता है। किन्तु न्याय के मंदिर में काम करने वाले कार्मिकों को ही न्याय के लिये व्यवस्था से दो दो हाथ करने पड़ रहे है। अपने मृतक साथी कर्मचारी को न्याय दिलाने के लिये पिछले सात दिनों से जिले के न्यायिक कर्मचारी आन्दोलन की राह पर है और न्याय नहीं मिलने से आक्रोशित है। जिसके विरोध में आज न्यायिक कर्मचारियों ने रैली निकालकर विरोध दर्ज करवाया। नये कोर्ट परिसर से कलेक्ट्रेट का चक्क र लगाते हुए न्यायिक कर्मचारियों ने एफआईआर दर्ज करने पर नाराजगी जताई। उधर प्रदेशव्यापी आह्वान पर कोर्ट परिसर के बाहर पर दिया जा रहा धरना मंगलवार को भी जारी रहा। न्यायिक कर्मचारी के सामूहिक अवकाश पर जाने से कोर्ट के कामकाज प्रभावित हो रहे है। पिछले छ दिनों से आमजन के काम अटके हुए है। लेकिन मामले में अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। इस दौरान धरने बैठे कर्मचारियों ने नारेबाजी करते हुए मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए की सहायता देने, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, मामले की सीबीआई जांच करते सहित विभिन्न मांग की। प्रदेशाध्यक्ष सुरेन्द्र नारायण जोशी ने कहा कि जब तक मामले की जांच नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा। जरूरत पडऩे पर आंदोलन को तेज किया जाएगा।