जयपुर। कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। देश का पहला स्वदेशी टीका कोवाक्सिन परीक्षण में पास हो गया है। यह कोरोना मरीजों पर 60 प्रतिशत तक कारगर साबित हुआ है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि कोई कोरोना वैक्सीन इस वायरस को 100 प्रतिशत नहीं मार सकता, ऐसे में जो वैक्सीन 50 प्रतिशत तक भी असरदार हैं, वे संक्रमितों को देने योग्य है। ऐसे में भारत की इस स्वदेशी वैक्सीन पर पहली परीक्षा लगभग पास कर ली है। अब तीसरे चरण में 26 हजार लोगों को यह वैक्सीन दिया जा रहा है। उम्मीद है कि अगले साल जून तक यह स्वदेशी वैक्सीन बाजारों में आ जाएगा। आपको बता दें कि टीके को भारत बायोटेक, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) के सहयोग से बना रही है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर यह वैक्सीन देश के सभी राज्यों तक कैसे पहुंचेगी। इसके लिए भी केंद्र सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
सात राज्यों के सीएम से पीएम करेंगे बात
जी हां, केंद्र सरकार चाहती है कि स्वेदश में बनी वैक्सीन के साथ ही विदेशों से मंगवाई जाने वाली कोरोना वैक्सीन जल्द से जल्द लोगों तक पहुंचे और इसलिए वैक्सीन को राज्यों तक पहुंचाने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसी को लेकर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर कोरोना वैक्सीन के डिस्ट्रीब्यूशन, डिलिवरी और इसके प्रबंध को लेकर बात करेंगे। पीएम मोदी कल दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, पं बंगाल और केरला के मुख्यमंत्रियों से बात करेंगे। गौरतलब है कि राजस्थान सहित इन सभी राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले अचानक बढ़ गए हैं।
तैयारियां कीं शुरू
हालांकि कोरोना वैक्सीन को लेकर अन्य तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। इसी के तहत देश के प्रमुख हवाईअड्डों पर उड़ानें और तापमान नियंत्रित क्षेत्र तैयार रखे जा रहे हैं। हवाई मार्ग से ढुलाई करने वाले ऑपरेटरों ने भी तैयारी शुरू कर दी है। मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टीकों के परिवहन के लिए ऑपरेटर जरूरत के अनुसार उड़ान की तारीख और समय बदल सकेंगे। यहां पूरे समय ट्रक पर माल उतारने-चढ़ाने वाले क्षेत्र, एक्सरे मशीन और यूनिट लोड डिवाइस सक्रिय रहेंगे। इसी के साथ दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर शून्य से 20 डिग्री नीचे के तापमान पर सामान रखने के लिए बने चैंबर भी कोविड टीके के परिवहन को देखते हुए तैयार रखे जा रहे हैं। टीकों की विशेष जरूरतों को देखते हुए उसने मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, कोलकाता, दिल्ली और बंगलूरू में अपने विशेष फार्मा-कंडीशन स्टोर रूम तैयार किए हैं।

कई राज्यों में भेजी टीमें
केंद्र सरकार कोरोना के प्रबंधन को देखने के लिए उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में उच्चस्तरीय दल भेजेगी। इनका काम राज्यों को कोविड-19 महामारी से निपटने में मदद करना होगा। इसका काम संक्रमण को सीमित रखने, निगरानी, जांच और फॉलो-अप में मार्गदर्शन करना होगा। इससे पहले भी केंद्र सरकार हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मणिपुर और छत्तीसगढ़ में ऐसे दल भेज चुकी है।