BSF के जवान और अधिकारी द्वारा बरामद की गई हेरोइन। - Dainik Bhaskar

बीकानेर

पाकिस्तान से भारत में हेरोइन की तस्करी का बड़ा भंडाफोड़ BSF ने किया है। संभवत: अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए BSF ने 54 किलो हेरोइन बरामद की है, जिसकी कीमत करीब 270 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। हेरोइन PVC पाइप में डालकर तारबंदी के उस पार से भारतीय सीमा में डाली गई थी। देर रात आंधी और तूफान के बीच BSF के जवानों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। हालांकि PVC पाइप को यहां तक पहुंचाने में सफल हुए पाकिस्तानी तस्कर बाद में भागने में सफल हो गए।

BSF के IG पंकज कुमार के निर्देश पर देर रात इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। IG पुष्पेंद्र सिंह को जब घटना के बारे में पता चला तो वो भी मौके पर पहुंचे। इसके साथ ही खाजूवाला की चौकी को भी सूचना दी गई। खाजूवाला सटी सीमा पर BSF की 127 बटालियन के जवान मौके पर पहुंचे। गश्त दे रहे जवानों को इसका आभास हो चुका था कि सीमा पर कुछ हरकत हो रही है। आंधी और तूफान के बीच भी सीमा पर होने वाली हरकत को देखने वाले उपकरणों के सहयोग से पाकिस्तानी तस्करों को ढूंढा गया, लेकिन वो काफी आगे निकल चुके थे।

इस तरह पहुंचाया हमारी सीमा में

पाकिस्तान से हेरोइन भारतीय सीमा में पहुंचाने के लिए एक लंबे PVC पाइप को काटा गया। हर पाइप में कमोबेश एक किलो हेरोइन डाली गई। इस तरह 54 पाइप के टुकड़ों में 54 किलो हेरोइन डालकर सभी टुकड़ों को एक लंबे मजबूत कपड़े से बांध दिया गया। हर पाइप के टुकड़े के दोनों और उस कपड़े को भी बांध दिया गया। ऐसे में एक से दूसरा पाइप टकरा नहीं सके। संभवत: तारबंदी के नीचे से इसे भारतीय सीमा की ओर धकेल दिया गया। पाकिस्तानी तस्करों ने भारतीय तस्करों को भी इस जगह की निशानदेही दी होगी, ताकि वहां से हेरोइन निकाला जा सके। भारतीय तस्कर वहां पहुंचता उससे पहले BSF के जवानों को इसका अंदेशा हो गया। जहां से BSF के IG पंकज कुमार को सूचना दी गई। बीकानेर से DIG पुष्पेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक टीम खाजूवाला से मौके पर पहुंची। बीएसएफ के जवान किसी भी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पूरी तरह तैयार थे।

बरामद हेरोइन का मूल्य 270 करोड़ रुपए
BSF ने जो हेरोइन पकड़ी है, उसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 270 करोड़ रुपए है। हेरोइन की तस्करी हमेशा पाकिस्तान से भारत की ओर होती है। वहीं पर इसका उत्पादन अवैध तरीके से किया जाता है। अब तक छोटी-छोटी तस्करी होती रही है लेकिन पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में यह नशा भारत में भेजने का प्रयास किया गया। बीकानेर के अलावा जैसलमेर और बाडमेर के रास्ते भी पाकिस्तान यह नशीली सामग्री भारत भेजता रहा है।