बीकानेर, 3 दिसंबर। राजकीय डूंगर महाविद्यालय में बीआईआरसी और आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय ग्रीन ऑडिट एवं ग्रीन कैंपस कार्यशाला का समापन मंगलवार को प्राचार्य डॉ. आर.के. पुरोहित की अध्यक्षता में हुआ। इस कार्यक्रम में वापी के उद्योगपति पी.डी. बोहरा, आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. दिव्या जोशी, समन्वयक डॉ. हेमेंद्र भंडारी और बीआईआरसी के फाउंडर डायरेक्टर डॉ. नरेंद्र भोजक उपस्थित रहे।
प्राचार्य डॉ. पुरोहित ने डूंगर कॉलेज को देश की शैक्षणिक प्रयोगशाला बताते हुए ग्रीन कैंपस के आयामों पर चर्चा की। डॉ. दिव्या जोशी ने कॉलेज की अंतरराष्ट्रीय साख का उल्लेख करते हुए इसे नवाचारों की भूमि कहा। समन्वयक डॉ. भंडारी ने कार्यशाला की रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें ग्रीन ऑडिट के 10 बिंदुओं और ग्रीन कैंपस के 20 आयामों पर 40 चयनित विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया।
ग्रीन ऑडिट को टिकाऊ विकास का पथ प्रदर्शक बताते हुए डॉ. भंडारी ने कहा कि यह सामाजिक विज्ञान और रोजगार के नए अवसरों का आधार बन सकता है। कार्यशाला में डॉ. राजाराम, डॉ. एस.एन. जाटोलिया, डॉ. सुनीता मंडा और अन्य विशेषज्ञों ने भी अपनी सहभागिता दी।