जयपुर। राजस्थान में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब सरकारी कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर बनाए जाने की तैयारी है। इसकी शुरुआत जयपुर जिले से हो रही है। यहां 36 से ज्यादा विभागों के करीब 180 कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के उपायों एवं सावधानियों के बारे में प्रशिक्षण प्रदान कर मास्टर ट्रेनर्स के रूप में तैयार किया जाएगा। ये सभी मास्टर ट्रेनर्स अपने-अपने विभागों एवं कार्यालयों में अन्य कार्मिकों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रशिक्षण प्रदान करेंगे।
राजस्थान में कोरोना के मामले में एक बार फिर तेजी आ गई है। पिछले दस दिन में राजस्थान में 5160 नए मामले सामने आए है और 83 लोगों की मौत हो गई है। राजस्थान में कोरोना के मामलों में इतनी बढ़ोतरी अब तक नहीं देखी गई थी। पिछले दस दिनों में रोजाना औसतन 500 नए मामले सामने आए है। पिछले माह के मध्य तक राजस्थान में एक्टिव मरीजों की संख्या दो से ढाई हजार के बीच रह गई थी जो अब बढ़कर पांच हजार से उपर चली गई है। यही कारण है कि राजस्थान में कुछ जगहों पर फिर से लॉकडाउन और कर्फ्यू की नौबत भी आ रही है। बाडमेर में सात दिन का लॉकडाउन हो चुका है, वहीं बीकानेर में चार थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।
इन्हीं स्थितियों को देखते हुए अब स्वास्थ्य विभाग ही नहीं अन्य विभागों के कर्मचारियों को भी कोरोना की लड़ाई के लिए तैयार किया जा रहा है। फिलहाल इनका काम अपने विभागों के कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के बारे में ट्रेनिंग देना होगा। जयपुर के जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि यह प्रशिक्षण सत्र कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश एवं जिले में किए गए प्रयासों एवं उपायों के प्रदर्शित करती जिला स्तरीय जन जागरुकता प्रदर्शनी स्थल पर 13 जुलाई से दो पारियों में प्रारम्भ होंगे।