सीकर। ये रुपए उसने बैंक से लोन और उधार लेकर जमा कराए थे। सदर थाना पुलिस ने बताया कि दूजोद निवासी दिनेश कुमार ने धोखाधड़ी से नौ लाख रुपए ऐंठने का मुकदमा दर्ज कराया है। दिनेश का आरोप है कि उसने कस्टमर सर्विस पॉइंट खोलने के लिए सीएसपी बैंक मित्रा बैंगलुरु-कर्नाटक के ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन किया था।
इसके बाद उसकी मेल पर कंपनी का मेल आया और करण मल्होत्रा नाम के शख्स ने फोन पर कहा कि आपको एक फॉर्म भेजा है। उसे भरकर भिजवाने पर कंपनी के नंबरों से फिर फोन आया कि आपने जो आवेदन किया है, उसके लिए ग्रामीण क्षेत्र के 25800 रुपए चार्ज के तौर पर अदा करने होंगे। उसने फोनपे एप के जरिए कंपनी के बताए खाते में ये रुपए जमा करवा दिए।
इसके बाद मैसेज आया कि सर्विस पॉइंट के लिए डेढ़ लाख रुपए जमा कराने होंगे। इस तरह उससे एग्रीमेंट, स्टांप, सामान के चार्जेज, एनओसी, कंपनी अधिकारियों के विजिट करने और जीएसटी के नाम पर 859380 रुपए हड़प लिए। इसके अलावा 45 हजार रुपए उसके अन्य खर्चा होने पर नौ लाख चार हजार रुपए की धोखाधड़ी का शिकार हो गया।
उसे न तो कस्टमर सर्विस पॉइंट खुलवा कर दिया और न ही अब रुपए वापस दे रहे हैं। आरोपी उसे कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दे रहे हैं। सदर थानाधिकारी सुनील जांगिड़ ने बताया कि मामले में ठगी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
ठगी की रकम लौटाने के नाम पर भी हड़पे रुपए
पीडि़त दिनेश ने बताया कि करण मल्होत्रा के अलावा उसके पास कंपनी के अमरचंदलाल ने फोन कर कहा कि उसकी टीम के लोग आपके पास पॉइंट स्थापित करने आएंगे। उनके आवागमन के खर्चे के नाम पर भी उससे 88 हजार रुपए पहले ही वसूल लिए गए। बाद में कहा गया कि कोरोना के कारण कंपनी के कर्मचारी आपके शहर में आने को तैयार नहीं हैं।
इसके बाद जब दिनेश को धोखाधड़ी का अंदेशा हुआ तो उसने अपने रुपए वापस मांगे। बदले में ठगों ने सारे रुपए वापस लौटाने के नाम पर उससे जीएसटी की राशि जमा कराने के लिए 85 हजार रुपए और ठग लिए। पीडि़त ने ठगों द्वारा भिजवाई गई फर्जी आईडी और आधार कार्ड पुलिस को सौंपे हैं।