बीकानेर। कोविड मरीजों के तनाव और परिजनों की शिकायतों को दूर करने के लिए पीबीएम अस्पताल प्रशासन ने बुधवार से नई व्यवस्था की है। अब सुपर स्पेशियलिटी सेंटर (कोविड-१९ हॉस्पीटल) में भर्ती केवल गंभीर मरीजों से हर दिन परिजन मिल सकेंगे। मरीजों से मिलने के लिए शाम का समय निर्धारित किया गया है। इस प्रकार की व्यवस्था पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ. सलीम मोहम्मद ने सरकार ने इजाजत लेकर की है।
पहले दिन एक व्यक्ति पहुंचा मिलने
सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में भर्ती एक बुजुर्ग से मिलने के लिए एक व्यक्ति पहुंचा लेकिन उसके पास एफिडेफिट लेकर नहीं आया, जिस कारण वह मिल नहीं सका। वहां मौजूद चिकित्सकों ने उसे नई गाइडलाइन का हवाला देकर सभी औपचारिकताएं पूरी करने की बात कही। इसके बाद वह व्यक्ति बिना मिले ही चला गया।
ऐसी व्यवस्था कहीं नहीं
पीबीएम अस्पताल प्रशासन ने ही केवल गंभीर मरीजों से परिजनों को मिलने की इजाजत दी है। इस तरह की व्यवस्था प्रदेश में कहीं पर भी नहीं है। इस व्यवस्था से परिजनों की यह शिकायत दूर होगी कि इलाज में लापरवाही बरती जा रही है। परिजन मरीजों से मिलकर इलाज संबंधी जानकारी ले सकेंगे।
जिले में अभी हालात है यह
पीबीएम अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी सेंटर में १४३ मरीज भर्ती हैंं, जिसमें से १२७ बीकानेर, नागौर, श्रीगंगानगर के चार-चार, चूरू, अजमेर व हरियाणा के तीन-तीन मरीज भर्ती हैं। आईसीयू में १७ मरीज हैं, जिसमें से नौ ऑक्सीजन पर और सात बीआईपीएपी पर है। सेंटर के थर्ड प्लोर में १८ मरीज ऑक्सीजन पर है। कोविड हॉस्पीटल-२ एमसीएच विंग में २५ मरीज भर्ती हैं।
यह है गाइडलाइन
– केवल गंभीर मरीज का एक परिजन ही मिल सकेंगा
– पीपीई किट लेकर आना होगा
– खुद की सहमति का एफिडेफिट देना होगा
– हर रोज दस मिनट मिलने का समय निर्धारित
– मास्क, सैनेटाइजर व घर पर भी उचित ध्यान रखना होगा
– मिलने का समय शाम छह से सात बजे का निर्धारित
इनका कहना है…
कोविड मरीजों से मिलने की इजाजत नहीं होती लेकिन मरीजों के तनाव को कम करने के उद्देश्य से यह व्यवस्था की गई है। इससे मरीजों का तनाव कम होगा। साथ ही परिजन भी राहत महसूस करेंगे। इस व्यवस्था को सख्ती से लागू किया गया है, इसमें किसी तरह की कोताही नहीं बरतेंगे।
डॉ. एलए गौरी, कार्यवाहक प्राचार्य एसपी मेडिकल कॉलेज
इनका कहना है…
लोगों की शिकायतें व इलाज में लापरवाही बरतने संबंधी आरोपों के मद्देनजर केवल गंभीर रोगियों के एक परिजन को मिलने की अनुमति दी गई है। वह भी पूरी सुरक्षा के साथ। एफिडेफिट व बगैर पीपीई किट पहले मिलने नहीं दिया जाएगा। मरीज के साथ-साथ परिजन के स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाएगा। पहले दिन केवल एक ही व्यक्ति मिलने पहुंचा लेकिन एफिडेफिट नहीं होने से मिल नहीं सका।
डॉ. सलीम मोहम्मद, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल