हनुमानगढ़ में मंगलवार को आबकारी विभाग के दो अफसरों को एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) ने 2000 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। पकड़े गए अफसरों में सहायक लेखाधिकारी मोहनलाल और वरिष्ठ सहायक सुरेंद्र सिंह हैं। इन्होंने परिवादी गौरीशंकर से फाइल निस्तारण के लिए रिश्वत मांगी थी। फिलहाल, एसीबी मौके पर जांच कर रही है।

परिवादी गौरीशंकर ने एसीबी को बताया कि उसके द्वारा 2019 और 2020 में शराब की दुकानें संचालित की गई थीं। इसमें 8 प्रतिशत रकम आबकारी विभाग में जमा करवाई गई थी, जिसे विभाग की तरफ से वापस लौटाया जाता है। इसके लिए फाइल आबकारी अधिकारी के पास जमा करवाई थी। उस फाइल के निस्तारण के लिए जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में संपर्क किया गया तो एएओ मोहनलाल ने रिश्वत की मांग की। इसके बाद गौरीशकंर ने रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी से की।

14 को ट्रैप करने गए, लेकिन नहीं मिला आरोपी
एसीबी द्वारा 14 दिसंबर को मामले का सत्यापन करवाया गया। जिसमें आरोपी द्वारा 500 रुपए खुद के लिए, 1000 से 1500 रुपए सुरेंद्र सिंह और 500 रुपए कैशियर इकबाल सिंह के लिए मांगे। 14 को ही ट्रैप के लिए एसीबी ने परिवादी को आबकारी कार्यालय भेजा। लेकिन मोहनलाल नहीं मिला। सुरेंद्र सिंह मिला जिसने 1000 रुपए की मांग की। लेकिन परिवादी ने नहीं दिए।

इसके बाद 15 दिसंबर को कार्रवाई करते हुए मोहनलाल को रिश्वत लेते ट्रैप किया गया। वहीं, सुरेंद्र सिंह मीटिंग में होने के कारण वहीं से पकड़ा गया। फिलहाल एसीबी तीनों अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। इसमें से दो मोहनलाल और सुरेंद्र की गिरफ्तारी कर लिया गया है। जबकि कैशियर इकबाल से पूछताछ कर रही है।