बीकानेर। कोरोना का कहर ख़त्म नहीं हुवा पर कम होने के बाद राज्य सरकार ने सोमवार से मंदिरों को अनलॉक करने के आदेश जारी कर दिए, इसके बाद भी बीकानेर के प्रमुख मंदिर नहीं खुल सके। दरअसल, जिला प्रशासन की स्वीकृति मिलने के बाद ही इन मंदिरों को खोला जायेगा। मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन के बीच मीटिंग के बाद ही ये बंद हुए थे और उनकी मीटिंग के बाद ही वापस खुल सकेंगे।
देशनोक स्थित करणी मंदिर निजी प्रन्यास के अध्यक्ष गिरिराज सिंह बारहठ ने बताया कि जिला प्रशासन से अब तक कोई संदेश नहीं है। हमने मंदिर में भक्तों की एंट्री प्रशासन से बात करके बंद की थी, ऐसे में प्रशासन से ही वापस स्वीकृति मिलने पर इसे खोला जायेगा। कमोबेश ये ही स्थिति नगर सेठ लक्ष्मीनाथ मंदिर की है। सुबह चार बजे से यहां श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है लेकिन सोमवार को भी यह मंदिर आम भक्तों के लिए नहीं खोला गया। बड़ी संख्या में भक्त यहां सिर्फ मंदिर के कंगुरे पर लगी ध्वजा के दर्शन करके ही लौट रहे हैं। वृद्धजन यहां सबसे ज्यादा आते हैं जिन्हें सोमवार को निराश होकर लौटना पड़ा। नागणेचीजी मंदिर में भी श्रद्धालुओं को एंट्री नहीं मिल सकी है। यहां भी प्रशासन की ओर से स्वीकृति का इंतजार हो रहा है। नत्थूसर गेट स्थित बड़ा गणेशजी मंदिर में भी बाहर से ही दर्शन हो पा रहे हैं। वहीं बजरंग धोरा स्थित हनुमान मंदिर भी आम भक्तों के लिए बंद है। हालांकि सुबह शाम होने वाली आरती के समय मंदिर खुल रहा है। आम श्रद्धालुओं के लिए सोमवार से यहां दर्शन कोविड प्रोटोकॉल के तहत हो सकेंगे। इसी तरह पूनरासर में भी जिला प्रशासन से स्वीकृति का इंतजार हो रहा है।
इंतजार क्यों हो रहा है
दरअसल, कोरोना के कारण इन मंदिरों को जिला प्रशाासन के साथ सौहार्दपूर्ण बैठक के बाद बंद किया गया था। स्वेच्छा से बंद इन मंदिरों को फिर से खोलने के लिए मंदिर प्रबंधन जल्दबाजी नहीं करना चाहते। बीकानेर में अभी कोरोना पूरी से खत्म नहीं हुआ है। कुछ रोगी अभी भी आ रहे हैं, वहीं डेल्टा प्लस का रोगी भी बीकानेर में मिल चुका है। ऐसे में अधिकांश मंदिर संचालक किसी तरह का खतरा लेने के बजाय प्रशासन से स्वीकृति का इंतजार कर रहे हैं।
मीटिंग के बाद निर्णय
उधर, अतिरिक्त जिला कलक्टर अरुण प्रकाश शर्मा ने बताया कि जल्द ही हम कमेटी की मीटिंग करके धार्मिक स्थलों के संबंध में निर्णय करेंगे। वैसे भी धार्मिक स्थानों से जुड़े सदस्यों ने कोरोना दौर में बहुत सहयोग किया है, आगे भी सहयोग करेंगे।